जबलपुर। शहर के शोभापुर इलाके में एक ऑटोचालक को दो युवकों ने सड़क के बीचों-बीच इतना मारा कि वो अधमरा हो गया. इस पूरी घटना का दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया था. इस मामले में ऑटो ड्राइवर का कहना है कि गुंडों से पिटाई होने के बाद जब अजीत को गुंडे थाने में छोड़कर गए, तब पुलिस ने भी समय पर उसकी मदद नहीं की. बल्कि पीड़ित को थाने में बिठा कर रखा. डरा हुआ ऑटो ड्राइवर अधारताल से काफी दूर एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रहा है. पुलिस अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और दो आरोपी फरार हैं.
जबलपुर में दो युवकों ने ऑटो चालक को बुरी तरह पीटा, दोनों पैर तोड़े, वीडियो वायरल
पीड़ित का कहना है कि उसकी कोई गलती नहीं थी, वो अपनी गाड़ी से सामान ढोकर ले जा रहा था, लड़कियां ही गलत ढंग से गाड़ी चला रही थीं और उसने जैसे ही अचानक से ब्रेक लगाया तो ऑटो पलट गया. पीड़ित का कहना है कि उसे अंदाजा नहीं था कि ये घटना इतनी बड़ी हो जाएगी. अचानक ही मौके पर गुंडे पहुंच गए और उन लोगों ने मारना पीटना शुरू कर दिया. इसके बाद आरोपियों ने पीड़ित को जानवरों की तरह गाड़ी पर लोड करके थाने के सामने फेंक दिया. इसमें गंभीर बात ये है कि पीड़ित की पुलिस ने तुरंत मदद नहीं की और पीड़ित को थाने में बैठा कर रखा.
पीड़ित अजीत विश्वकर्मा के खिलाफ भी गलत ढंग से ऑटो चलाने का मुकदमा दर्ज किया गया है. अजीत विश्वकर्मा बेहद गरीब परिस्थिति का ऑटो चालक है, समाज के लोगों ने आगे आकर उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है. जहां उसे सही तरीके से इलाज भी नहीं मिल पा रहा है. अजीत का कहना है कि वो डरा हुआ है, क्योंकि जिस ढंग से उन गुंडों ने पिटाई की थी. उसके बाद यदि पुलिस ने आरोपियों को नहीं पकड़ा तो वो दोबारा मारपीट कर सकते हैं.
ऑटो चालक की पिटाई मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
अजीत विश्वकर्मा के साथ हुई मारपीट पुलिस की नाकामी साबित हो रही है. जिस तरीके से आरोपियों ने एक गरीब के साथ मारपीट की है, उसके बाद पुलिस को कम से कम पीड़ित को पर्याप्त इलाज दिलवाना चाहिए था, लेकिन उसे उसके ही हाल पर छोड़ देना पुलिस की संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा कर रही है.