जबलपुर। जबलपुर मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल सहित अन्य निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने विकल्प पर मंथन करना शुरू कर दिया है. जबलपुर कलेक्टर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ के भिलाई से पर्याप्त ऑक्सीजन सिलेंडर की खेप जबलपुर आना शुरू हो गई है, तो कहीं से भी अब ऑक्सीजन की कमी को लेकर कोई खबर नहीं है.
जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक छत्तीसगढ़ के भिलाई से कल भी ऑक्सीजन सिलेंडर की एक बड़ी खेप आई थी, जो कि अब लगातार जारी भी रहेगी. ऐसे में अब ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी कहीं से भी जबलपुर में नहीं होने दी जाएगी. जबलपुर में भी लोकल स्तर पर प्रतिदिन एक हजार ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की जा रही है, वहीं अब भिलाई से भी सिलेंडर की आवक होने से अन्य पड़ोसी जिले सतना, मंडला, दमोह को भी ऑक्सीजन सिलेंडर जबलपुर से सप्लाई की जा रही है.
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में बनेगा ऑक्सीजन प्लांट
जबलपुर में ऑक्सीजन की डिमांड को देखते हुए मेडिकल अस्पताल कैंपस में जबलपुर जिला प्रशासन जल्द ही एक स्थाई ऑक्सीजन प्लांट बनाने जा रहा है. जिससे ऑक्सीजन की किल्लत की समस्या से निजात पाया जा सकेगा. कुछ दिन पहले संभाग कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी ने भी इसकी रूपरेखा बनाकर सामने रखी थी. कहा जा रहा है कि, कोरोना के इलाज में सबसे ज्यादा जरूरत ऑक्सीजन की होती है और ऑक्सीजन न मिलने पर मरीज की मौत हो सकती है. मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार और मरने वालों की बढ़ती तादाद को देखते हुए ऑक्सीजन की जरूरत वर्तमान में बहुत ज्यादा है.