जबलपुर। हिस्ट्रीशीटर बदमाश अब्दुल रज्जाक के मामले में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं. जबलपुर पुलिस ने रज्जाक से जुड़े हुए मामलों की जांच के लिए 17 पुलिस अधिकारियों को मिलाकर एक एसआईटी बनाई है.एसआईटी को इस बात की जानकारी लगी है कि अब्दुल रज्जाक के संबंध दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से भी जुड़े हैं और मुंबई में जो लोग भी डी कंपनी के लिए काम करते हैं उनसे अब्दुल रज्जाक के कारोबारी रिश्ते हैं.
यूपी बिहार के अपराधी काटते थे फरारी
अब्दुल रज्जाक के यहां बिहार और उत्तर प्रदेश के कई बदमाश फरारी काटने आते थे, इस बात की जानकारी भी जांच के दौरान सामने आई है. इस दौरान कई अवैध हथियार अब्दुल रज्जाक के माध्यम से बेचे और खरीदे गए हैं.
अवैध खदानों का डॉन
एसआईटी को इस बात की जानकारी भी मिली है कि अब्दुल रज्जाक के पास ग्रेनाइट की खदानों के 165 पट्टे हैं, जिन्हें अब्दुल रज्जाक ने डरा धमकाकर लोगों से छीना है इनसे अवैध रूप से ग्रेनाइट निकालकर बाहर बेचा जाता है.पुलिस के सूत्रों के अनुसार अब्दुल ने लगभग 100 सेल कंपनियां बनाई गई थी, जिनके माध्यम से कारोबार होता था. एसआईटी को अब्दुल रज्जा की करीब 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति होने की जानकारी मिली है.
कई नेता भी पुलिस की राडार पर
अब्दुल रज्जाक ने अपना पैसा खनिज के अवैध को उत्खनन के अलावा रियल स्टेट के बिजनेस, मेडिकल से जुड़े हुए कार्यों में लगा रखा था. वहीं अब्दुल रज्जाक से जुड़े हुए कुछ दूसरे बदमाश और कुछ राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बारे में भी एसआईटी जांच कर रही है. एसआईटी को इस बात के सबूत मिले हैं की राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और जबलपुर के कुछ फर्जी समाजसेवी अब्दुल रज्जाक के दो नंबर के पैसे से कारोबार कर रहे थे इस मामले में पुलिस की जांच लगातार जारी है हालांकि अब तक पुलिस ने अब्दुल रज्जाक और उसके भतीजी के अलावा किसी और को हिरासत में नहीं लिया है.
जबलपुर का पुराना बदमाश है अब्दुल रज्जाक
अब्दुल रज्जाक जबलपुर का पुराना बदमाश है यदि पुलिस पूरी इमानदारी से जांच करें तो कई सफेदपोश भी अब्दुल रज्जाक के सहयोगी नजर आएंगे, जिन्हें जबलपुर की जनता जानती थी. अब देखना यह होगा जबलपुर पुलिस रज्जाक के अलावा उसके कितने सहयोगियों को जेल पहुंचा पाती है.