जबलपुर। मध्य प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह (Forest Minister Vijay Shah) एक दिवसीय दौरे पर जबलपुर पहुंचे. जहां उन्होंने अपने विभागीय अधिकारियों से मुलाकात की. इस दौरान विजय शाह ने शहीद शंकर शाह, रघुनाथ शाह (Martyr Shankar Shah, Raghunath Shah) के बलिदान स्थल पर जाकर उन्हें नमन भी किया. दोनों पिता पुत्र को अंग्रेजों ने तोप के गोलों से उड़ा दिया था.
किताबों में नहीं मिलते प्राण न्योछावर करने वाले वीरों के नाम
शहीदों के बलिदान स्थल पर पहुंचे मंत्री विजय शाह (Martyr Shankar Shah, Raghunath Shah) ने इतिहासकारों पर निशाना साधा. वन मंत्री ने कहा कि इतिहासकारों ने गौड़ साम्राज्य के ऐसे ऐसे राजाओं के नाम भी इतिहस में लिखे जिन्होंने उंगली तक नहीं कटवाई, लेकिन देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले शंकर शाह और रघुनाथ शाह (Martyr Shankar Shah, Raghunath Shah) जैसे शहीदों का जिक्र उनकी किताबों में नहीं मिलता है.
आजादी के लिए आदिवासियों ने भी दिए बलिदान
वन मंत्री विजय शाह (Forest Minister Vijay Shah) ने कहा कि "अंग्रेजों ने हमें आजादी थाली में पेश करके नहीं दी. इसके लिए वीरों ने बलिदान दिए हैं और बलिदान देने वालों आदिवासी भी शामिल है. वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि जबलपुर में जहां पर शंकरशाह-रघुनाथ शाह को बंदी बनाकर यातनाएं दी जाती थी, उस स्थान को हमारी सरकार ने संजो कर रखा है. इस स्थान पर ऑडिटोरियम बनाया जाएगा और स्थानों को संजोकर रखने में पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी."