जबलपुर। इन दिनों जिले में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव चल रहा है. इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि रक्षा, शिक्षा और विज्ञान के साथ ही कला और संस्कृति का विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए भारत के लोग करीब आते हैं और एक-दूसरे की संस्कृति को पहचानते हैं, जिससे देश मजबूत बनता है. जिस तरीके से भारत रक्षा विज्ञान और शिक्षा क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, उसी तरीके से कला और संस्कृति के क्षेत्र में तरक्की करना भी जरूरी है.
जबलपुर: राज्यपाल लालजी टंडन और मंत्री प्रहलाद पटेल ने राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में की शिरकत - पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल
जबलपुर में चल रहे राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में पहुंचे मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि संस्कृति का भी विकास जरूरी है. वहीं केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद पटेल ने कहा कि ऐसे आयोजनों से छोटे शहरों में पनपने वाली कला भी विकसित होगी.
जबलपुर। इन दिनों जिले में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव चल रहा है. इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंच मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि रक्षा, शिक्षा और विज्ञान के साथ ही कला और संस्कृति का विकास जरूरी है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए भारत के लोग करीब आते हैं और एक-दूसरे की संस्कृति को पहचानते हैं, जिससे देश मजबूत बनता है. जिस तरीके से भारत रक्षा विज्ञान और शिक्षा क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, उसी तरीके से कला और संस्कृति के क्षेत्र में तरक्की करना भी जरूरी है.
संस्कृति से जुड़े बड़े कार्यक्रम छोटे शहरों में होने से मिलेगा छोटे शहरों के कलाकारों को मौका प्रहलाद पटेल संस्कृति मंत्री का बयान
Body:जबलपुर इन दिनों राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव चल रहा है इस मौके पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए भारत के लोग आपस में करीब आते हैं और एक दूसरे की संस्कृति को पहचानते हैं जिससे लोगों को अपनी संस्कृति पर गौरव महसूस होता है और देश मजबूत बनता है राज्यपाल लालजी टंडन का कहना है कि जिस तरीके से भारत रक्षा विज्ञान शिक्षा क्षेत्र में तरक्की कर रहा है उसी तरीके से कला और संस्कृति के क्षेत्र में तरक्की करना भी जरूरी है
वहीं इस मौके पर मध्य प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल का कहना है कि संस्कृति और कला के क्षेत्र में होने वाले बड़े आयोजन अभी तक केवल बड़े शहरों तक सीमित थे इन्हें छोटे शहरों में लाना जरूरी था क्योंकि जबलपुर जैसे छोटे शहर भी सांस्कृतिक रूप से बहुत मजबूत हैं लेकिन इनकी पहचान देशभर में नहीं बन पाई है इसलिए वह इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को छोटे शहरों में लेकर आए हैं इससे ना सिर्फ लोग देश की संस्कृति को जान पाएंगे बल्कि इन छोटे शहरों में पनपने वाली कला भी विकसित होगी
Conclusion:बाइट प्रहलाद पटेल केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री
होल्ड लालजी टंडन राज्यपाल मध्यप्रदेश