जबलपुर। मध्यप्रदेश में वर्तमान में बीजेपी की सरकार है, जाहिर सी बात है कि शिवराज सरकार पुराने मंत्रियों से बंगले खाली करवाएगी, लेकिन नेताओं का बंगला मोह खत्म नहीं हो रहा है. ऐसा ही मामला प्रदेश की पूर्व मंत्री मंत्री डॉक्टर विजयलक्ष्मी साधौ का आया है, जो सरकारी बंगला खाली नहीं करना चाहतीं हैं, जिसको लेकर पूर्व मंत्री ने जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसे उन्होंने वापस ले लिया है.
प्रदेश सरकार के गृह विभाग ने विजयलक्ष्मी साधौ को बंगला खाली करवाने का नोटिस दिया. उन्होंने बंगला तो खाली नहीं किया बल्कि नोटिस को ही आधार बनाकर हाईकोर्ट में याचिका पेश कर दी. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने याचिका की सुनवाई की और यह कहते हुए खारिज कर दी कि अगर पूर्व मंत्री को कोई समस्या है तो वे पहले राज्य सरकार से दोबारा अपील करें. अगर सुनवाई ना हो तब वे कोर्ट जा सकती हैं.
पूर्व मंत्री ने याचिका में दावा किया है कि उनसे 6 महीने तक बंगला खाली नहीं करवाया जा सकता, लेकिन लगता है कोर्ट का रुख भी नेताजी के बंगला प्रेम को बल देने का नहीं है. इसलिए कोर्ट के आदेश के पहले ही डॉक्टर विजय लक्ष्मी साधौ के वकील ने याचिका वापस ले ली. बंगलों के प्रति नेताओं का मोह यह तो स्पष्ट करता है कि नेताओं को जनता की सेवा से ज्यादा अपनी सुविधा की फिक्र होती है. इसीलिए सरकार चले जाने के बाद भी नेताओं को अपने बंगलों से मोह नहीं छूट रहा है.