जबलपुर। शहर के बीएसएनएल कार्यालय परिसर में लगे पेड़ों की कटाई की जा रही थी. जिसके चलते सैकड़ों पक्षियों और उनके बच्चों की मौत के मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद वन विभाग जागा और घटना के चार दिन बाद ठेकेदार बबलू खान के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. साथ ही नगर निगम और बीएसएनएल के अधिकारियों से वन विभाग पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ करेगी.
वन विभाग के अधिकारी भी मान रहे हैं कि आखिर इतने संवेदनशील मामले में दोनों ही विभागों ने लापरवाही क्यों बरती. जबलपुर मंडल के डीएफओ रविंद्र मणि त्रिपाठी का भी मानना है कि जो कुछ भी हुआ है, वह बहुत ही दुखद और असंवेदनशील है. नगर निगम ने पेड़ काटने की अनुमति दी थी, लेकिन निगम के अधिकारियों ने मौके पर जाकर नहीं देखा कि पेड़ पर कहीं परिंदों का वास तो नहीं है.
डीएफओ ने कहा कि प्राथमिक तौर पर नगर निगम और भारत संचार निगम को पूरी सूचना वन विभाग को देनी चाहिए थी, लेकिन दोनों ही विभागों ने ऐसा नहीं किया. दोनों विभागों की लापरवाही के चलते सैकड़ों पक्षियों की मौत हुई है. फिलहाल वन विभाग ने ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. वहीं नगर निगम और बीएसएनएल को नोटिस देने की तैयारी कर रहा है.
बता दें कि 4 दिन पहले बीएसएनएल के कार्यालय में लगे पेड़ों के कटने से सैकड़ों पक्षियों की मौत हो गई थी, जबकि सैकड़ों पक्षी पेड़ से गिरकर घायल हो गए थे, जिनका इलाज वन्य प्राणी विशेषज्ञ और वेटनरी कॉलेज के छात्र कर रहे हैं.