जबलपुर। देश भर में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. इस कड़ी में शहर की नेताजी सुभाष चंद्र बोस केंद्रीय जेल के कैदी अब आम जनता के लिए सूती कपड़ों से मास्क बनाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए स्वास्थय विभाग ने केंद्रीय जेल के अधिकारियों से मदद मांगी हैं.
3 लेयर मास्क बनाएंगें कैदी
जबलपुर जिले के सभी शासकीय और निजी स्कूलों में कोरोना वायरस को देखते हुए अगले आदेश तक के लिए छुट्टी कर दी गई है, साथ ही अस्पतालों में भी वायरस से निपटने के लिए अलग से आइसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं. इसी कड़ी में अब सेंट्रल जेल के कैदी आम जनता के लिए सूती कपड़ों से तीन लेयर वाले मास्क बनाएंगे.
मास्क की पूर्ति करने के लिए पहल
कोरोना वायरस को लेकर विश्वव्यापी चिंता की वजह से अचानक ही स्थानीय बाजारों में मास्क की मांग बढ़ गई है और इन मास्कों की पूर्ति करने के लिए केंद्रीय जेल में सजा काट रहे बंदियों की स्वास्थ्य विभाग मदद लेने पर विचार कर रहा है. कोरोना वायरस को लेकर आचनक ही मास्क के दामों में आए अंतर को देखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सकों की सलाह पर केंद्रीय जेल के कैदियों से इन्हें बनवाने की पहल कलेक्टर भरत यादव ने की है.
मास्क बनवाने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश
हाल ही में कलेक्टर भरत यादव ने सेंट्रल जेल से बतौर सैंपल बनकर आए मास्क के देखे थे, जिसके बाद उन्होंने केंद्रीय जेल के बंदियों के साथ-साथ आजीविका परियोजना के तहत गठित महिला स्व सहायता समूह, खादी ग्राम उद्योग बोर्ड एवं स्थाई रेडीमेड गवर्नमेंट निर्माताओं से भी मास्क बनवाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए हैं. केंद्रीय जेल में बने मास्क की कीमत काफी कम होगी और यह आसानी से शासकीय और निजी अस्पतालों में उपलब्ध भी रहेंगे.