जबलपुर। शहर के कोरोना पॉजिटिव परिवार ने रेडक्रॉस सोसायटी में 1 लाख 51 हजार रुपये का चेक कलेक्टर भरत यादव को दिया है. मध्य प्रदेश को कोरोना महामारी के लिए चर्चा में लाने वाले जबलपुर के ज्वेलरी व्यापारी, उनकी पत्नी और बेटी कोरोना पॉजिटिव निकले थे, यहां तक की इनके संपर्क में आने वाले चार कर्मचारी भी संक्रमित हुए थे.
जबलपुर से आया था पहला कोरोना मामला
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण का सबसे पहला मामला जबलपुर में ज्वेलरी व्यापारी से आया था, जिन्होंने विदेश से जबलपुर आने की जानकारी छिपाई थी. इस बात की जानकारी लगते ही ज्वेलरी व्यापारी की पत्नी और बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिनके सैंम्पल जांच के लिए भेजे गए थे. इस बीच ही व्यापारी ने अपना सुहागन आभूषण नामक शो-रुम खोल लिया था, जिसका नतीजा अनुसार व्यापारी के संपर्क में आने वाले चार कर्मचारी भी कोरोना वायरस का शिकार हो गए.
जबलपुर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद प्रदेश भर में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई. हर तरफ कोरोना संक्रमण को लेकर दहशत फैल गई. ज्वेलरी व्यापारी द्वारा जानकारी छुपाए जाने को लेकर उनके खिलाफ प्रकरण भी दर्ज किया गया.
पहला मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन से लेकर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया था. हालांकि मेडिकल अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती पूरे परिवार सहित चारों कर्मचारियों का इलाज शुरु किया गया, जिसके बाद सभी एक-एक करके स्वस्थ होकर घर लौट गए. ज्वेलरी कारोबारी ने कलेक्टर भरत यादव से मुलाकात कर रेडक्रास सोसायटी में सहायता कर 1 लाख 51 हजार रुपए का चेक दिया है.