जबलपुर। मिलावटखोरों ने किसानों की खाद भी नहीं छोड़ी. सोमवार को जबलपुर के खजरी खिरिया बायपास के पास एक खंडहर हाे चुके गोदाम में नकली खाद फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ. जहां पिछले छह महीने से यहां चूना, डस्ट, नमक, डोलोमाइट को पीस कर अलग-अलग ब्रांड का खाद तैयार किया जा रहा था.
खजरी खिरिया बाईपास पर मुखबिर की सूचना में क्राइम ब्रांच ने प्रशासन के साथ मिलकर छापामार कार्रवाई करते हुए मौके से भारी मात्रा में नकली खाद और कीटनाशक दवाएं जब्त की हैं, गोदाम में मिली नकली खाद और कीटनाशक दवाएं सिर्फ जबलपुर ही नहीं बल्कि अन्य जिलों में भी सप्लाई की जाती थी. बताया जा रहा है कि यह गोदाम अमर कृषि फार्म के नाम से संचालित हो रही थी जिसे की मयंक खत्री नाम के व्यक्ति चला रहा था.
मौके पर हरियाणा की नामी कंपनी का लेबल भी मिला. आरोपी 10 रुपए की लागत से 160 रुपए में बिकने वाला एनपीके तैयार करता था. कलेक्टर ने इस मामले में पूरे नेटवर्क को सामने लाने का निर्देश जांच टीम को दी है
क्राइम ब्रांच को मिली मुखबिर से सूचना
क्राइम ब्रांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल खंडेल को मुखबिर से सूचना मिली थी की खजरी- खिरिया बाईपास में नकली खाद और कीटनाशक दवा बनाने की फैक्ट्री संचालित हो रही है. इस फैक्ट्री में पत्थर- मार्बल पाउडर और अन्य केमिकल मिलाकर नकली खाद और कीटनाशक दवाएं बनाई जा रही थी. क्राइम ब्रांच को जैसे ही इसकी सूचना मिली तो मौके पर माढ़ोताल थाना पुलिस सहित दबिश दी गई जहां पर की भारी मात्रा में नकली खाद और कीटनाशक दवाएं मिली.
छह हजार वर्गफीट में निर्मित है गोदाम
लगभग 6 हजार वर्ग फुट में निर्मित गोदाम में हजारों बोरियों में पिसा हुआ कोयला, पिसा हुआ नमक, मार्बल पाउडर, अलग-अलग साईज के डिब्बे, राष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के कीटनाशक दवाईयों के रैपर, प्रिंटेड बोरियां, पैक करने की मशीन, इलेक्ट्रानिक तराजू, आदि सामान लगभग 50 लाख रुपए का जब्त हुआ.
क्राइम ब्रांच, एग्रीकल्चर, फूड, राजस्व, पुलिस सहित कई विभागों ने मिलकर की कार्रवाई, कलेक्टर-एसपी भी पहुंचे
मौके पर पहुंचे कलेक्टर एसपी
मौके पर पहले कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि गोदाम में हरियाणा की श्रीराम एग्रो कंपनी का लेबल लगाकर पैकिंग की जा रही थी. गोदाम में अवैध तरीके से खाद तैयार की जा रही थी. रॉ मटेरियल में डस्ट, नमक, चूना व पत्थर को कोटिंग कर तैयार करते थे. इसकी पूरी श्रृंखला की जांच होगी.
प्रशासन ने फैक्ट्री संचालक के खिलाफ की एफआईआर
नकली खाद और कीटनाशक बनाने की फैक्ट्री इतनी बड़ी थी कि सूचना मिलते कलेक्टर कर्मवीर शर्मा और सिद्धार्थ बहुगुणा भी मौके पर पहुंच गए. एसपी ने बताया कि निश्चित रूप से यह पुलिस-प्रशासन की बड़ी कार्रवाई है. अब इस कार्रवाई के बाद यह भी पता लगाया जाएगा कि आखिर इस गोदाम से नकली खाद और कीटनाशक दवाई कहां-कहां सप्लाई हुई है.
बड़ी कंपनियों की कर दी गई नकली पैकिंग
कीटनाशक और खाद बनाने वाली बड़ी कंपनियों के नाम वाली पैकिंग के जरिए 100 रु मैं तैयार हुई खाद और कीटनाशक दवाओं को बाजारों में 800 से 1000 रु तक फैक्ट्री संचालक बेचा करता था. फिलहाल पुलिस ने फैक्ट्री संचालक मयंक खत्री के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है. वही कलेक्टर के निर्देश पर फैक्ट्री को सील कर दिया गया है.
पनागर की एक दुकान को किया गया सील कई
खजरी खिरिया बाईपास स्थित गोदाम में बनाई जा रही नकली खाद और कीटनाशक दवाएं कहां-कहां पर सप्लाई की गई थी. इसकी सूचना भी पुलिस प्रशासन ने लगाना शुरू कर दिया है, शुरुआती दौर में जानकारी मिली है कि पनागर की कई दुकानों में नकली खाद और कीटनाशक दवाएं दी गई हैं. जिसके बाद प्रशासन ने पनागर में एक दुकान को सील कर दिया है.