जबलपुर। संभावनाओं से भरे नये साल 2021 का हर किसी को बेसब्री से इंतजार है. जबलपुर के लोग इस नये साल के लिए पलके बिछाकर इस नये साल का इंतजार कर रहे हैं. गांव-गांव पहुंचेगा पानी, शहर में उतरेंगे बड़े विमान, सड़कों से फ्लाईओवर की ओर चलेंगे लोग, फाइव स्टार कन्वेंशन हॉल और घूमने के लिए एक खूबसूरत रानीताल तालाब ये सब 2021 के पिटारे में है.
उम्मीदों से भरा साल 2021
2021 जबलपुर के लिए एक संभावनाओं भरा साल है. जबलपुर में आम आदमी की सहूलियत के लिए कई विकास कार्य चल रहे हैं. जिनमें से कुछ 2021 में पूरे होते हुए भी नजर आएंगे. जबलपुर के भेड़ाघाट में साइंस सेंटर की शुरुआत हो चुकी है, और जल्द ही इसके लिए भूमि पूजन हो सकता है. इसके लिए केंद्र सरकार से जबलपुर को अनुदान मिल रहा है.
7 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर
केंद्र सरकार की सीआरएफ फंड से जबलपुर को लगभग 780 करोड़ रुपए मिले हैं. इस बजट से जबलपुर शहर में एक 7 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. यह फ्लाईओवर जबलपुर के ट्रैफिक को सुधारने में मदद करेगा. फ्लाईओवर जबलपुर के दमोह नाका चौक से शुरू होकर मेडिकल रोड पर और दूसरी तरफ महानंदा पर उतरेगा. इसमें बीच में रानीताल मदन महल स्टेशन पर भी चढ़ने और उतरने के लिए सड़कें बनाई जा रही हैं. इसके साथ ही इस फ्लाईओवर पर एक केबल स्टे ब्रिज बनेगा, जो लगभग 300 मीटर लंबा होगा ऐसा. केवल स्टेब्रिज फिलहाल मध्यप्रदेश में कहीं नहीं है तो यह न केवल जबलपुर के ट्रैफिक जाम को खत्म करेगा बल्कि जबलपुर की पहचान से जुड़ा हुआ होगा. हालांकि 2021 में इस फ्लाईओवर से लोगों को सिर्फ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि सर के कई बार जाम की जाएंगी लेकिन फिर भी भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए यह जबलपुर के विकास कार्य में एक मील का पत्थर साबित होगा.
रोड कनेक्टिविटी
बीते कई सालों से जबलपुर के चारों तरफ की सड़कों को स्पीड हाईवेज में कन्वर्ट किया जा रहा है. इसमें जबलपुर से नागपुर की सड़क पर काम लगभग पूरा हो गया है और जबलपुर से बनारस जाने वाली सड़क भी शुरू हो गई है, लेकिन अभी भी जबलपुर, रायपुर और जबलपुर भोपाल की सड़क पर काम अधूरा है और यहां कई छोटे-छोटे काम रूके हुए हैं. यदि सब कुछ ठीक रहा तो जबलपुर की इंदौर से इस साल कनेक्टिविटी ठीक-ठाक तरीके से जुड़ जाएगी और यह दोनों राजधानियां जबलपुर से महज कुछ घंटों की दूरी पर नजर आने लगेगी.
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जबलपुर शहर में एक अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर
जबलपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एक अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. करोड़ों की अल्लाह का से बनने वाला यह सेंटर शहर के बीचोंबीच है. इसमें फाइव स्टार केटेगरी की सुविधाएं विकसित की जा रही हैं और एक साथ 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है. जबलपुर जैसे बड़े शहर के लिए ऐसे कन्वेंशन सेंटर की बहुत ज्यादा जरूरत थी बाकी जबलपुर की प्रशासनिक सामाजिक धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों की जरूरत को पूरा किया जा सके, 2021 में इसके लोकार्पण की संभावना है.
मल्टी स्टोरी स्पोर्ट कंपलेक्स
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत ही जबलपुर में एक मल्टी स्टोरी स्पोर्ट कंपलेक्स बनाया जा रहा है. इसकी लागत भी लगभग 100 करोड रुपए के आसपास है. जबलपुर के रानीताल स्टेडियम में इसका निर्माण कार्य चल रहा है और इस साल इसके लोकार्पण की संभावना है. इस स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स में कई खेल गतिविधियों को एक ही छत के तले ला दिया गया है और इसमें कई अत्याधुनिक खेल सुविधाओं को सजाया जा रहा है.
रानीताल सौंदर्यीकरण प्रोजेक्ट
शहर के एक पुराने लगभग बर्बाद हो चुके तालाब का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है. जबलपुर में इसके पहले गुलुआ तालाब को भी विकसित किया गया है, कुछ इसी तर्ज पर रानीताल को भी विकसित किया जा रहा है. इसके चारों तरफ पाथवेज बनाए गए हैं और तालाब के पानी को साफ रखने की व्यवस्था की जा रही है, ऐसी संभावना है कि यह तालाब भी 2021 में जबलपुर की जनता के लिए खोल दिया जाएगा.
जबलपुर को लगेंगे पंख
लगभग 400 करोड़ रुपए की लागत से जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे पर बड़े विमानों के उतरने के लिए रनवे की लंबाई बढ़ाई गई है और दूसरी अत्याधुनिक सुविधाएं एयरपोर्ट पर बनाई जा रही हैं. यह काम भी अपनी पूर्णता की ओर है, बीते 3 सालों से यह काम चल रहा था. इस काम के पूरे होने के बाद जबलपुर का हवाई अड्डा भी देश के कुछ बड़े हवाई अड्डों में शामिल हो जाएगा. जहां पूरी सुख सुविधाएं होगी और संभावना यह है कि जबलपुर से कोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई सेवा भी शुरू की जा सके.
जबलपुर के ग्रामीण इलाकों में विकास काम
2021 में बरगी विधानसभा के कई दूरदराज गांवों में जहां पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. वहां पाइप लाइन बिछाई जा रही है. इस पाइपलाइन के जरिए नर्मदा जल छोटे-छोटे गांवों तक पहुंचाया जा रहा है और 2021 में इसके शुरू होने की संभावना है. वहीं दूसरे सूखे इलाके कुंडम में भी दो बड़े तालाब जिनकी लागत लगभग 300 करोड़ रूपया है उनका निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है. यह तालाब भी सिंचाई और पीने के पानी की व्यवस्था के लिए जनता को खोलने की संभावना 2021 में है. नर्मदा जल को गांव-गांव पहुंचाने की जबलपुर की पाटन विधानसभा की तैयारी भी लगभग पूरी हो गई है, यह कार्य भी 2021 में शुरू किया जा सकता है.
इसके अलावा कई छोटे-छोटे विकास कार्य को लेकर मंथन चल रहा है. जबलपुर शहर को 2021 में देखने को मिल सकते हैं इनमें एक स्मार्ट रोड विकसित की जा रही है. एक ओपन ऑडिटोरियम भटौली में मनाया जा रहा है. भेड़ाघाट में साइंस सेंटर की शुरुआत भी हो चुकी है जल्द ही इसके लिए भूमि पूजन हो सकता है इसके लिए भी केंद्र सरकार से जबलपुर को अनुदान मिल रहा है. वहीं भेड़ाघाट में ही एक जिओ सेंटर की स्थापना भी की जा रही है, जिसमें जबलपुर और आसपास के इलाकों में जियोलॉजिकल परिवर्तनों के बारे में जानकारी दी जाएगी, एक अत्याधुनिक तारामंडल भी भेड़ाघाट में बनाया जा रहा है.
वरिष्ठ पत्रकार अजय त्रिपाठी का कहना है कि साल 2020 तो कोरोना वायरस की भेंट चढ़ गया, लेकिन 2021 विकास के नए सोपान लेकर आएगा. ऐसी संभावना है और यदि जबलपुर के जनप्रतिनिधि चाहेंगे तो जबलपुर के लोगों का जीवन कुछ और आसान 2021 में हो जाएगा.