जबलपुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दोनों घुटनों का ट्रांसप्लांट करवाने वाला 60 साल का बुजुर्ग अब साइकिल चलाने लगा है. जबलपुर का सरकारी अस्पताल अक्सर अपनी लापरवाही के लिए चर्चा में रहता है, लेकिन जबलपुर के मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग में दोनों घुटनों का ऑपरेशन करवाने के बाद एक बुजुर्ग अब साइकिल चला रहा है.
सीधी जिले की 60 वर्षीय बुजुर्ग नागेंद्र सिंह चौहान बीते 15 सालों से कमजोर घुटनों की वजह से परेशान थे, उनके पैर बुरी तरह से खराब हो गए थे. घुटने मुड़ गए थे. नागेंद्र सिंह चौहान बमुश्किल खुद का गुजारा कर पा रहे थे और उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे दोबारा कभी सामान्य जिंदगी जी पाएंगे. तभी उन्हें किसी ने इस बात की जानकारी दी कि जबलपुर मेडिकल कॉलेज में बिना किसी खर्चे के उनके घुटनों का ऑपरेशन हो सकता है.
नागेंद्र सिंह अपने परिजनों के साथ मेडिकल कॉलेज जबलपुर पहुंचे. जहां डॉक्टर सचिन उपाध्याय ने उनका एमएमआरटी तकनीक से दोनों पैरों के घुटनों का प्रत्यारोपण किया. इसके परिणाम हमेशा अच्छे ही आएं ऐसा नहीं होता, लेकिन नगेंद्र सिंह के घुटनों का ऑपरेशन होने के बाद वे अब गांव की उबड़ खाबड़ सड़कों पर साइकिल चलाते हुए नजर आ रहे हैं.
डॉक्टर सचिन उपाध्याय का कहना है कि इसके पहले घुटने का ट्रांसप्लांट करवाने वाले किसी भी मरीज ने इतना कठिन काम नहीं किया है. उन्होंने कहा कि अगर नागेंद्र सिंह ये ऑपरेशन किसी निजी अस्पताल में करवाते तो उन्हें इस ऑपरेशन में 5 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च होता. लेकिन मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन के बाद उन्हें एक पैसे का खर्चा नहीं हुआ है.