जबलपुर। बिहार में चमकी बुखार से बड़ी तादात में बच्चों की मौत के बाद मध्यप्रदेश में स्कूल शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है. बच्चों की सेहत पर निगरानी रखने के लिए एक बड़ी पहल की शुरूआत की है. विभाग ने तय किया है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी बच्चों के हेल्थ चेक अप के बाद उनके हेल्थ कार्ड बनाया जायेगा.
शिक्षा विभाग का कहना है कि अगर बच्चे किसी भी छोटी-बड़ी बीमारी से पीड़ित पाए जाते हैं, विभाग की मदद से उनका मुफ्त इलाज भी करवाया जाएगा. इस योजना की शुरुआत जबलपुर संभाग से की जा रही है. जहां पहले चरण में 17 लाख स्कूली बच्चों के हेल्थ कार्ड बनाए जाने हैं. इस पहल को इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चों की आर्थिक हालत ठीक नहीं होती और न ही उनके पैरेंट्स उनकी सेहत पर ध्यान दे पाते हैं.
ऐसे में विभाग की ओर से बच्चों के फुल हेल्थ चेक अप करवाने के बाद देखा जाएगा कि वो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित तो नहीं हैं. बच्चों में कमजोरी, कुपोषण व सामान्य बीमारियों के लक्षण तो नहीं हैं, जो आगे चलकर बच्चों का विकास रोक सकती हैं. विभाग बच्चों के हेल्थ कार्ड से जानकारी जुटाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की मदद लेगा. संभाग के हर ब्लॉक स्तर पर शिविर लगाकर विशेषज्ञ डॉक्टर्स से बच्चों का मुफ्त इलाज कराया जाएगा.