जबलपुर। डुमना रोड पर एक नेचर रिजर्व है, यह लगभग 1800 एकड़ में फैली खूबसूरत जगह है. जिसमें एक बहुत बड़ी झील है, जिसे खंदारी जलाशय के नाम से जाना जाता है और 1883 में अंग्रेजों ने यहां एक डैम बनाया था. जिसका उपयोग शहर को पानी देने के लिए किया जाता था और एक बहुत बड़ा जंगल है. जिसे चारों तरफ से बंद कर दिया गया है और संरक्षित घोषित कर दिया गया है. यह पूरा इलाका जबलपुर नगर निगम क्षेत्र में ही आता है. नए साल के मौके पर पिकनिक मनाने वालों के लिए यह एक अच्छी डेस्टिनेशन हो सकती है.
यहां करीब 2हजार हिरण हैं
नेचर रिजर्व के बीच में ही मध्य प्रदेश टूरिज्म का रिसोर्ट नुमा एक रेस्त्रां है. इसमें दो कॉटेज भी हैं, इसके अलावा खूबसूरत गार्डन और वॉटर बॉडी के इर्द-गिर्द एक लंबा पाथवे बनाया गया है, जिस पर घूमकर प्रकृति की सुंदरता को करीब से देखा जा सकता है. इस जंगल में कई जंगली जानवर भी आपको आसानी से काफी करीब से देखने को मिल जाएंगे. इसमें हिरण, चीतल, मोर, बारहसिंघा और बंदर आसानी से देखे जा सकते हैं, इस जंगल की देखरेख करने वाले बताते हैं कि यहां पर रात में तेंदुआ भी आता है. एक अनुमान के तहत यहां लगभग 2000 हिरण हैं और 9 तेंदुए हैं. इसके अलावा लगभग 300 तरह की चिड़िया और दूसरे जानवर पाए जाते हैं.
ट्रेकिंग की भी है सुविधा
जबलपुर के लोगों के लिए तो यह स्थान जाना माना है, लेकिन जबलपुर के आसपास के लोगों के लिए यह जगह अभी अनजान है, यहां बच्चों के लिए एक ट्रेन चलाई जाती है जो जंगल के काफी लंबे इलाके में लोगों को घुमाते हैं, इसके अलावा लगभग 11 किलोमीटर लंबा एक साइकलिंग ट्रेक है, यही नगर निगम की ओर से साइकिल मिल जाती है और साइकिल से जंगल के बीच में ट्रेकिंग की जा सकती है.
डुमना नेचर रिजर्व में ही टाइगर सफारी बनाने की तैयारी की जा रही है, लेकिन एयरपोर्ट करीब होने की वजह से इसे अनुमति नहीं मिल पा रही. अभी भी डुमना नेचर रिजर्व के बारे में लोगों को कम ही जानकारी है, इसलिए यहां शहर के अलावा बाहर के लोग नहीं आ पाते.