जबलपुर। जबलपुर के नेहरू नगर की प्राथमिक शाला का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें यहां पदस्थ एक शिक्षक शराब के नशे में धुत बच्चों के बीच पड़ा हुआ नजर आ रहा है. जब यह वीडियो वायरल हुआ तो इसकी शिकायत जबलपुर जिला शिक्षा अधिकारी से की गई. जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने कमल सिंह ठाकुर को सस्पेंड कर दिया है. नेहरू नगर का यह स्कूल एक बस्ती के किनारे है, जहां बस्ती के सैकड़ों बच्चे पढ़ते हैं. इसमें कुछ मासूम लड़कियां भी शामिल हैं. शिक्षक की वजह से इन सभी बच्चों का भविष्य बर्बाद हो रहा है.
दृष्टिबाधित है कमल ठाकुर: दरअसल नेहरू नगर की प्राथमिक शाला में पदस्थ कमल सिंह ठाकुर दृष्टि बाधित है. बीते कई दिनों से यह शराब पीकर स्कूल आ रहा था, लेकिन शिक्षक की दृष्टिबाधित हालत को ध्यान में रखते हुए लोग इसकी शिकायत नहीं कर रहे थे. कई बार लोगों ने उसे समझाइश देने की भी कोशिश की. वह शराब पीकर स्कूल ना आए, लेकिन इसके बाद भी इस लापरवाह शिक्षक ने लोगों की समझाइश नहीं मानी. अंततः स्थानीय लोगों ने इसका वीडियो बनाया और इस वीडियो को जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंचाया. इसके बाद यह कार्रवाई हुई है.
इसके पहले शराब के नशे में मिला था मुकेश दुबे: जबलपुर की शराबी शिक्षकों का यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले जबलपुर के बीटा गांव के माध्यमिक स्कूल का प्रभारी शिक्षक मुकेश दुबे भी शराब के नशे में मिला था. इसने कमल ठाकुर से एक कदम आगे बढ़कर कांड किया था. मुकेश दुबे शराब के नशे में एक चौराहे पर बंदूक लहराते हुए पुलिस की गिरफ्त में आया था.
सरकारी नौकर इतने लापरवाह क्यों: लोग सरकारी नौकरी करना चाहते हैं. जिसके लिए बहुत कठिन तपस्या भी करते हैं, लेकिन जैसे ही सरकारी नौकरी मिलती है तो यही मेहनती लोग न केवल लापरवाह होते हैं, बल्कि यह बड़े पैमाने पर बेईमान भी हो जाते हैं. कमल सिंह ठाकुर इसका एक नमूना मात्र है, इसकी गलती सिर्फ यह है कि यह शराब के नशे में चूर हो गया. वरना सरकारी दफ्तर में काम करने वाले लोग भी कुछ इसी तरीके से काम कर रहे हैं और इसका नुकसान समाज को भोगना पड़ रहा है.