ETV Bharat / state

Diwali 2022: संस्कारधानी में दिखा अयोध्या जैसा नजारा, 51 हजार दीपों से जगमगा उठे नर्मदा घाट, देखें तस्वीरें

दीपावली त्योहार के एक दिन पहले संस्कारधानी जबलपुर में नर्मदा तट के किनारे दीपोत्सव मनाया गया. जिसमें बड़ी संख्या में साधु-संत और नेता पहुंचे. वहीं सांसद राकेश सिंह ने दीप जलाकर प्रदेश और देश की सुख समृद्धि की कामना की. वहीं सांसद ने लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने की भी बात कही.(diwali 2022) (deepotsav celebrated in jabalpur) (mp rakesh singh worship in deepotsa)(deepotsav celebrated in jabalpur on chhoti diwali)

Diwali 2022
जबलपुर में दीपोत्सव
author img

By

Published : Oct 24, 2022, 7:01 AM IST

Updated : Oct 24, 2022, 9:09 AM IST

जबलपुर। रोशनी के महापर्व दीपावली की पूर्व संध्या पर पुण्य सलिला नर्मदा का तट हजारों दीपों से जगमगा उठा. सांसद राकेश सिंह के आह्वान पर नर्मदा तट ग्वारीघाट में एक दीप जबलपुर की समृद्धि के नाम जलाया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में पहुंचे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दीप जलाते हुए मां नर्मदा की आराधना की और जबलपुर की सुख समृद्धि की कामना की.(diwali 2022) (deepotsav celebrated in jabalpur) (mp rakesh singh worship in deepotsa) (deepotsav celebrated in jabalpur on chhoti diwal)

संस्कारधानी में दिखा अयोध्या जैसा नजारा

लोकल फॉर वोकल को रफ्तार: इस मौके पर सांसद राकेश सिंह ने विधि विधान के साथ जीवनदायिनी मां नर्मदा की पूजन-अर्चना करते हुए जबलपुर के लोगों की सुख शांति के साथ ही संस्कारधानी की तरक्की की कामना की. इस दौरान मां नर्मदा की विशाल महा आरती भी की गई. जिसमें बड़ी तादाद में पार्टी के लोगों ने शिरकत की.दीपोत्सव जबलपुर के नाम से नर्मदा तट ग्वारीघाट में आयोजित एक दीप जबलपुर की समृद्धि के नाम कार्यक्रम में सांसद राकेश सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के आह्वान को रफ्तार देते हुए उन्होंने स्थानीय बाजारों से न केवल खरीदी की बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा है कि पूर्व के सालों में देश की सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करने की कोशिश की गई, लेकिन अब देश मजबूत हाथों में है, लिहाजा भारत की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने के लिए ही यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है.

Diwali 2022
नर्मदा किनारे दीपोत्सव का उमंग

सांसद ने किया दीप प्रज्ज्वलित: सांसद राकेश सिंह ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति है, हम किसी भी पवित्र कार्य की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर करते है और दीपावली वह पर्व है जिसे हम असत्य पर सत्य की और अंधकार पर प्रकाश की जीत के प्रतीक के रूप में मनाते हैं. वर्षों से हम दीपावली की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं पर कहने में कोई संकोच नहीं है कि कुछ वर्षों में शासनगत व्यवस्था के कारण हमारी प्राचीन परंपरा धीरे धीरे क्षीण हुई है, लेकिन वर्तमान का समय सांस्कृतिक पुनरुथान का है और जब हम सांस्कृतिक पुनरुथान की बात करते हैं तो आज देश में वो परिस्थितियां हैं. जिनकी हमे वर्षों से प्रतीक्षा थी. जैसे भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या जी में बनने जा रहा है, कश्मीर धारा 370 के बंधन से मुक्त हो गया है, विकास की नई इबारत लिखी जा रही, पूरे देश में साधु संतों के आशीर्वाद से भक्तिमय और धर्ममय माहौल है.

Diwali 2022
सांसद ने सर पर उठाई भगवान की प्रतिमा

15.76 लाख दीपों से जगमगाई अयोध्या, आतिशबाजी से आसमान सतरंगी, देखिए Video

51 हजार दीप जलाए गए: सांसद ने मां नर्मदा के तट में रहने वाले हम लोग प्राचीन काल से ही उन्हें नमन करने आते रहे हैं और समय समय पर उनके तट पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पर्व मानते आ रहे हैं. सांस्कृतिक पुनरुत्थान की वजह से अपनी प्रसन्नता जाहिर करने के हमारे पास अब अवसर ज्यादा हैं. जहां विश्व का आकर्षण का केंद्र भारत बन रहा है. वहीं मां नर्मदा के तट के किनारे बसे जाबालि ऋषि की तपोभूमि के साथ ही देश के मध्य में बसा हमारा जबलपुर देश भर में आकर्षण का केंद्र बने और उसकी सबसे बड़ी ताकत हमारी सांस्कृतिक विरासत है. इस विरासत को बचाने और आगे बढ़ाने हमने तय किया कि दीपावली की पूर्व संध्या पर मां नर्मदा के तट पर दीपोत्सव का आयोजन कर और संतजनों की आशीर्वाद से यह भव्य आयोजन हुआ है. जिसमे मां नर्मदा तट ग्वारीघाट के सभी आठ घाटों में आज 51 हजार दीपों को प्रज्वलित कर जबलपुर की समृद्धि के लिए दीपोत्सव मनाया गया.

Diwali 2022
नर्मदा नदी के किनारे आरती

CM Shivraj छोटी दिवाली पर अपने फार्म हाउस विदिशा पहुंचे, दीप जलाकर भारतीय टीम को दी जीत की बधाई


बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद: सांसद सिंह ने कहा हमारे पीएम ने पूरे देश से लोकल फॉर वोकल के लिए आह्वान किया था और उनके आह्वान पर हमने जबलपुर के स्थानीय मिट्टी के कारीगरों से दिए खरीद कर आज नर्मदा जी के तट में दीपोत्सव मनाया है. ऐसे आयोजन जबलपुर को समृद्ध भी करेंगे. साथ ही हमारी सांस्कृतिक विरासत को मजबूत भी करेंगे. साथ ही इस वर्ष से हमने यह दीपोत्सव जबलपुर का आयोजन हमने इस संकल्प के साथ किया है कि आने वाले वर्षों में हम इसकी निरंतरता और भव्यता बनाये रखेंगे. मां नर्मदा तट के किनारे का यह दीपोत्सव जबलपुर की सांस्कृतिक पहचान बनेगा. बता दें इस कार्यक्रम में संत जगतगुरु राघवदेवाचार्य , महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद, दण्डीस्वामी कालिकानंद सरस्वती, नृसिंहपीठाधीश्वर डॉ नरसिंह दास, स्वामी गिरिशानंद सरस्वती साध्वी विभानंद गिरी, साध्वी ज्ञानेश्वरी जी, स्वामी पगलानंद जी, पूज्य स्वामी रामदास , स्वामी डॉ मुकुंददास जी, स्वामी चैतन्यानंद सहित कई संत व लोग मौजूद रहे. (diwali 2022) (deepotsav celebrated in jabalpur) (mp rakesh singh worship in deepotsa) (deepotsav celebrated in jabalpur on chhoti diwali)

जबलपुर। रोशनी के महापर्व दीपावली की पूर्व संध्या पर पुण्य सलिला नर्मदा का तट हजारों दीपों से जगमगा उठा. सांसद राकेश सिंह के आह्वान पर नर्मदा तट ग्वारीघाट में एक दीप जबलपुर की समृद्धि के नाम जलाया गया. जिसमें सैकड़ों की तादाद में पहुंचे भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दीप जलाते हुए मां नर्मदा की आराधना की और जबलपुर की सुख समृद्धि की कामना की.(diwali 2022) (deepotsav celebrated in jabalpur) (mp rakesh singh worship in deepotsa) (deepotsav celebrated in jabalpur on chhoti diwal)

संस्कारधानी में दिखा अयोध्या जैसा नजारा

लोकल फॉर वोकल को रफ्तार: इस मौके पर सांसद राकेश सिंह ने विधि विधान के साथ जीवनदायिनी मां नर्मदा की पूजन-अर्चना करते हुए जबलपुर के लोगों की सुख शांति के साथ ही संस्कारधानी की तरक्की की कामना की. इस दौरान मां नर्मदा की विशाल महा आरती भी की गई. जिसमें बड़ी तादाद में पार्टी के लोगों ने शिरकत की.दीपोत्सव जबलपुर के नाम से नर्मदा तट ग्वारीघाट में आयोजित एक दीप जबलपुर की समृद्धि के नाम कार्यक्रम में सांसद राकेश सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के आह्वान को रफ्तार देते हुए उन्होंने स्थानीय बाजारों से न केवल खरीदी की बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा है कि पूर्व के सालों में देश की सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करने की कोशिश की गई, लेकिन अब देश मजबूत हाथों में है, लिहाजा भारत की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने के लिए ही यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है.

Diwali 2022
नर्मदा किनारे दीपोत्सव का उमंग

सांसद ने किया दीप प्रज्ज्वलित: सांसद राकेश सिंह ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा हमारी प्राचीन भारतीय संस्कृति है, हम किसी भी पवित्र कार्य की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर करते है और दीपावली वह पर्व है जिसे हम असत्य पर सत्य की और अंधकार पर प्रकाश की जीत के प्रतीक के रूप में मनाते हैं. वर्षों से हम दीपावली की परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं पर कहने में कोई संकोच नहीं है कि कुछ वर्षों में शासनगत व्यवस्था के कारण हमारी प्राचीन परंपरा धीरे धीरे क्षीण हुई है, लेकिन वर्तमान का समय सांस्कृतिक पुनरुथान का है और जब हम सांस्कृतिक पुनरुथान की बात करते हैं तो आज देश में वो परिस्थितियां हैं. जिनकी हमे वर्षों से प्रतीक्षा थी. जैसे भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर अयोध्या जी में बनने जा रहा है, कश्मीर धारा 370 के बंधन से मुक्त हो गया है, विकास की नई इबारत लिखी जा रही, पूरे देश में साधु संतों के आशीर्वाद से भक्तिमय और धर्ममय माहौल है.

Diwali 2022
सांसद ने सर पर उठाई भगवान की प्रतिमा

15.76 लाख दीपों से जगमगाई अयोध्या, आतिशबाजी से आसमान सतरंगी, देखिए Video

51 हजार दीप जलाए गए: सांसद ने मां नर्मदा के तट में रहने वाले हम लोग प्राचीन काल से ही उन्हें नमन करने आते रहे हैं और समय समय पर उनके तट पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए पर्व मानते आ रहे हैं. सांस्कृतिक पुनरुत्थान की वजह से अपनी प्रसन्नता जाहिर करने के हमारे पास अब अवसर ज्यादा हैं. जहां विश्व का आकर्षण का केंद्र भारत बन रहा है. वहीं मां नर्मदा के तट के किनारे बसे जाबालि ऋषि की तपोभूमि के साथ ही देश के मध्य में बसा हमारा जबलपुर देश भर में आकर्षण का केंद्र बने और उसकी सबसे बड़ी ताकत हमारी सांस्कृतिक विरासत है. इस विरासत को बचाने और आगे बढ़ाने हमने तय किया कि दीपावली की पूर्व संध्या पर मां नर्मदा के तट पर दीपोत्सव का आयोजन कर और संतजनों की आशीर्वाद से यह भव्य आयोजन हुआ है. जिसमे मां नर्मदा तट ग्वारीघाट के सभी आठ घाटों में आज 51 हजार दीपों को प्रज्वलित कर जबलपुर की समृद्धि के लिए दीपोत्सव मनाया गया.

Diwali 2022
नर्मदा नदी के किनारे आरती

CM Shivraj छोटी दिवाली पर अपने फार्म हाउस विदिशा पहुंचे, दीप जलाकर भारतीय टीम को दी जीत की बधाई


बड़ी संख्या में लोग रहे मौजूद: सांसद सिंह ने कहा हमारे पीएम ने पूरे देश से लोकल फॉर वोकल के लिए आह्वान किया था और उनके आह्वान पर हमने जबलपुर के स्थानीय मिट्टी के कारीगरों से दिए खरीद कर आज नर्मदा जी के तट में दीपोत्सव मनाया है. ऐसे आयोजन जबलपुर को समृद्ध भी करेंगे. साथ ही हमारी सांस्कृतिक विरासत को मजबूत भी करेंगे. साथ ही इस वर्ष से हमने यह दीपोत्सव जबलपुर का आयोजन हमने इस संकल्प के साथ किया है कि आने वाले वर्षों में हम इसकी निरंतरता और भव्यता बनाये रखेंगे. मां नर्मदा तट के किनारे का यह दीपोत्सव जबलपुर की सांस्कृतिक पहचान बनेगा. बता दें इस कार्यक्रम में संत जगतगुरु राघवदेवाचार्य , महामंडलेश्वर अखिलेश्वरानंद, दण्डीस्वामी कालिकानंद सरस्वती, नृसिंहपीठाधीश्वर डॉ नरसिंह दास, स्वामी गिरिशानंद सरस्वती साध्वी विभानंद गिरी, साध्वी ज्ञानेश्वरी जी, स्वामी पगलानंद जी, पूज्य स्वामी रामदास , स्वामी डॉ मुकुंददास जी, स्वामी चैतन्यानंद सहित कई संत व लोग मौजूद रहे. (diwali 2022) (deepotsav celebrated in jabalpur) (mp rakesh singh worship in deepotsa) (deepotsav celebrated in jabalpur on chhoti diwali)

Last Updated : Oct 24, 2022, 9:09 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.