जबलपुर। प्रदेश के महाकौशल अंचल में बीते दिनों तेज बारिश होने से काफी नुकसान हुआ है, जिसका आंकलन शुरू कर दिया गया है. बारिश के दौरान जहां छिंदवाड़ा में एक ब्रिज बह गया था, तो वहीं सिवनी में करीब तीन करोड़ रुपए की लागत से बना ब्रिज लोकार्पण से पहले ही ढह गया. इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर ब्रिजों के बहने की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है.
संभागायुक्त महेश चंद्र चौधरी ने संभाग के तकनीकि अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें उन्होंने ब्रिजों के गिरने और अंचल में बारिश से सड़कों को हुए नुकसान पर रिपोर्ट ली है. इसी के साथ सिवनी में लोकार्पण से पहले ढहे ब्रिज की पूरी फाईल तलब की है. उन्होंने कहा कि अगर इसमें लापरवाही पाई गई, तो अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस रिपोर्ट के माध्यम से ब्रिज का निर्माण तय मानकों के मुताबिक हुआ या नहीं, इसका पता लगाया जाएगा.
संभागायुक्त ने अतिवृष्टि से सड़कों को हुए नुकसान के तेजी से रीस्टोरेशन के आदेश भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के चलते बांधों से गलत ढंग से पानी छोड़ा गया, जिसकी वजह से पुलों को नुकसान हुआ है. प्रशासन को बांधों से छोड़े गए पानी की परिस्थिति की जांच करनी चाहिए.