जबलपुर। शहर के आस-पास इन दिनों जंगली जानवरों का जमावड़ा लगने लगा है, कभी तेंदुआ तो कभी मगरमच्छ के वीडियो आए दिन देखने को मिल रहे हैं. केंद्रीय सुरक्षा संस्थान खमरिया से लगे तालाब नंबर तीन पर एक बार फिर मगरमच्छ देखा गया है, जिससे दहशत बन गई है. खास बात यह है कि जिस तालाब में इन दिनों मगरमच्छ देखे जा रहे हैं, उस तालाब के किनारें छठ पूजा के अवसर पर विशाल मेला लगता है.
रोड पर पहुंच जाते हैं मगरमच्छ
खमरिया का तालाब नंबर-3 में कभी फैक्ट्री के कर्मचारियों सहित आसपास के सैकड़ों लोग पूजा के लिए आते थे पर जब से लोगों को पता चला है कि इस तालाब में मगरमच्छों का वास हो गया है, तब से लोग दहशत में आ गए हैं, इतना ही नहीं अब तो फैक्ट्री कर्मचारी भी वहां से गुजरने में डरने लगे हैं, इसकी वजह यह है कि मगरमच्छ कभी भी तालाब से निकलकर रोड तक पहुंच जाते हैं, जिसके चलते फैक्ट्री कर्मचारियों में भी दहशत का माहौल बना रहता है.
छठ पूजा में उमड़ता है लोगों का सैलाब
कुछ दिन बाद छठ पूजा होना है, और इस पूजा में सैकड़ों लोग सुबह से लेकर शाम तक तालाब में पूजा करते हैं, और बीते कई सालों से कर रहे हैं लेकिन अब जब से लोगों को पता चला है कि इस तालाब में मगरमच्छों का डेरा है तो लोग दहशत में है. लोगों की माने तो अगर जल्द से जल्द मगरमच्छों को तालाब से नहीं हटाया गया तो हो सकता है कि इस वर्ष तालाब किनारे पूजा भी ना हो पाए.
स्थानीय लोग और फैक्टरी कर्मचारियों ने वन विभाग से की शिकायत
खमरिया के तालाब नंबर तीन में आए मगरमच्छों को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार पुलिस और वन विभाग को इसकी सूचना भी दी पर जब कोई हल नहीं निकला तो अब स्थानीय लोगों ने फैक्टरी प्रशासन से गुहार लगाई है कि तालाब से मगरमच्छों को हटाया जाए. कहा जा रहा है कि जल्द ही स्थानीय लोगों के साथ फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी वन परिक्षेत्र अधिकारी से मुलाकात कर तालाब से मगरमच्छों को हटवाने की मांग करेंगे.
हो सकता है हादसा
जिस तरह से आए दिन तालाब से यह मगरमच्छ बाहर निकल कर आ रहे हैं, उसको देखते हुए अब लोग इतनी दहशत में है कि तालाब के आसपास भी आने से डर रहे हैं. कहा यह भी जा रहा है कि अगर जल्द ही वन विभाग ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया तो कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है, क्योंकि बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें यह नहीं पता है कि इस तालाब में मगरमच्छ हैं, लिहाजा अगर कोई अनजान व्यक्ति तालाब किनारे पहुंचता है तो मगरमच्छ कभी भी उस पर हमला कर सकताे है.