जबलपुर। जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते 21 मार्च से लगातार लॉकडाउन लगा हुआ है. वहीं कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन का तीसरा चरण भी शुरु हो गया है, इस तीसरे चरण में प्रशासन ने आमजन को जरूर थोड़ी राहत दी है लेकिन पुलिस प्रशासन किसी भी तरह की ढील देने के मूड में नहीं है. जबलपुर में कोरोना के 116 मरीज हैं जहां 4 लोगों की मौत हो चुकी है और इनमें से 17 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं.
तीसरे चरण में दुकानदारों को मिली राहत
कोरोना वायरस संक्रमण मामले में जबलपुर जिला रेड जोन में हैं जिसके चलते प्रशासन की सख्ती भी बरकरार है. हालांकि कलेक्टर ने आवश्यक वस्तु के दुकानदारों को सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक अपने-अपने प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दी है, पर उसके लिए भी नियम निर्धारित किए गए है. लॉकडाउन में सिर्फ किराना-दूध डेरी-सब्जी-फल और मेडिकल स्टोर को छूट दी गई है, जबकि चिकन, और अंडे की दुकान शाम पांच बजे तक ही खुली रहेंगी. इसके अलावा कृषि उपकरणों की दुकान-इलेक्ट्रिकल की दुकानों को शुक्रवार से सुबह 8 बजे से 2 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है.
शराब की दुकानों को भी खोलने की मिली अनुमति
राज्य सरकार ने जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब दुकान खोलने की अनुमति दे दी है. जिसके बाद आज से ग्रामीण क्षेत्रों की सभी देसी और विदेशी शराब की दुकान खुलने लगी हैं, दुकानों में सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए पुलिस और आबकारी की टीम को तैनात किया गया है. वहीं इस दौरान संभाग कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी,कलेक्टर भरत यादव और सिद्धार्थ बहुगुणा ने शहर का भ्रमण किया, साथ ही मेडिकल कॉलेज में कोरोनो केसों के विषय मे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से भी जानकारी ली. वहीं जिला प्रशासन ने तय किया है कि निजी अस्पतालों को भी खोला जाएगा ताकि दूसरी बीमारी से ग्रसित मरीज भी अपना इलाज करा सकें.
एक और कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत
जबलपुर में आज कोरोना वायरस से चौथी मौत होने का मामला सामने आया है. आईसीएमआर लैब से आज मिली रिपोर्ट में सिंधी केम्प निवासी महिला की रिपोर्ट उसकी मौत के उपरांत मिली है जो कि कोरोनो वायरस पॉजिटिव निकली है, बताया जा रहा है कि वह गर्भवती थी और तीन माह का बच्चा उसके पेट में था. महिला की मौत के बाद जबलपुर में मरने वालों का आंकड़ा 4 हो गया है. इसमें एक तीन महिने की बच्ची भी शामिल है वहीं शहर में 11 हजार लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है.
कंटेनमेंट जोन को पूरी तरह से किया गया लॉक
शहर में कुल 14 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं जहां पर बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूरी तरह से बंद हैं. जिला प्रशासन ही कंटेनमेंट जोन में खाने-पीने से लेकर दवाइयां सहित अन्य जरूरत की वस्तुएं पहुंचा रहा है.