जबलपुर। जिले में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. संक्रमण के फैलने के पीछे कई प्रकार की लापरवाही और कई कारण बताए जा रहे हैं. जबलपुर में कोरोना के फैलने की एक वजह सरकारी राशन की दुकानों को भी माना जा रहा है.
- सरकारी राशन की दुकान से कैसे फैल सकता है कोरोना
जबलपुर में 15 लाख लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली से राशन बांटा जाता है. गरीबों को जो राशन मिलता है, उसकी प्रकिया को अब ऑनलाइन कर दिया गया है. जिसमें बायोमेट्रिक मशीन का इस्तेमाल हो रहा है. इस मशीन के राशन वितरण प्रणाली में इस्तेमाल होने के बाद जब तक लाभार्थी का अंगुठा मशीन में नहीं लगाया जाता उसे राशन नहीं मिलता है. वहीं, राशन बांटने की इस प्रकिया को अब कोरोना संक्रमण के फैलने का कारण बताया जा रहा है, क्योंकि इसमें अलग-अलग लोगों के अंगूठे लगने से वह एक दूसरे के संपर्क में आ जा रहे हैं. हालांकि कोरोना नियमों के अनुसार, इन मशीन को राशन विक्रेता समय-समय पर सैनिटाइज भी करता है, फिर भी इसमें कभी-कभी चूक हो जा रही है.
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- कई विक्रेता कोरोना की चपेट में
जबलपुर के ग्रामीण इलाकों में दो राशन विक्रेताओं की कोरोना वायरस की चपेट में आने से मौत हुई हैं. शहर में राशन की लगभग 500 दुकानें हैं और इनमें से लगभग 10% राशन दुकानों के विक्रेता कोरोना की चपेट में आ चुके हैं, इसलिए कई दुकानें बंद हैं या फिर कम समय के लिए खुल रही हैं. ऐसे में एक तरह इन दुकानों से कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है, तो दूसरी और गरीबों को मुश्किल समय में राशन नहीं मिल पा रहा है.