ETV Bharat / state

कोरोना के डर से बैलगाड़ी चालक ने बैलों को पहनाया मास्क, लोगों को दिया ये संदेश

कोरोना वायरस का खौफ गांव में में भी देखने को मिल रहा है. हालत यह है कि बैलगाड़ी चालक अपने बैलों को मास्क पहनाकर ही धार्मिक जुलूस और राजनीतिक जुलूस में ले जाता है.पढ़िए पूरी खबर...

Bulls wear masks
बैलों को पहना दिए मास्क
author img

By

Published : Oct 29, 2020, 1:03 PM IST

Updated : Oct 29, 2020, 1:21 PM IST

जबलपुर। कोरोना संक्रमण का खौफ गांव में भी देखने को मिल रहा है, हालत यह है कि ग्रामीणों ने पशुओं को भी कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए मास्क पहना शुरू कर दिया है. मामला जबलपुर जिले के मिलोनीगंज इलाके का है. जहां खौफ के चलते बैलों को भी मास्क पहनाकर घरों से बाहर निकाला जा रहा है,

बैलों को पहनाया मास्क


मिलोनीगंज इलाके में रहने वाले बैलगाड़ी चालक रामू यादव बैलगाड़ी चलाते हैं और इस बैलगाड़ी का उपयोग बोझा ढोने के अलावा जुलूस में किया जाता है. रामू की बैलगाड़ी कभी धार्मिक जुलूस तो कभी राजनीतिक जुलूस नजर आती है. सभी जगहों पर भीड़ भाड़ होती है, इसलिए रामू ने खुद तो मास्क का इस्तेमाल करना शुरू कर ही दिया था, अब उन्होंने अपने बैलों को भी मास्क लगाना शुरू कर दिया है.

बैलगाड़ी चालक रामू का कहना है की भीड़-भाड़ में कोरोना वायरस के फैलने की संभावना बहुत ज्यादा होती है और वे अपने जानवरों से बहुत प्यार करते हैं. इन्हीं के जरिए उनकी रोजी-रोटी चलती है, इसलिए उन्होंने खुद के साथ-साथ जानवरों को भी मास्क पहनना शुरू कर दिया है. हालांकि अब तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है, जिसमें जानवरों में कोरोना वायरस के होने की पुष्टि हुई हो, या फिर जानवरों के जरिए इसके फैलने की कोई बात सामने आई हो, लेकिन रामू डर के चलते खुद के साथ-साथ अपने जानवरों को भी सुरक्षित रखना चाहते हैं.

लोगों का कहना है कि रामू का यह प्रयास समाज के उन लोगों को भी संदेश है जो कोरोना वायरस को हल्के में ले रहे हैं और मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, जबकि जिला प्रशासन लोगों को लगातार इस बात की अपील कर रहा है, कि जब तक वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक मास्क ही एकमात्र बचाव है.

जबलपुर। कोरोना संक्रमण का खौफ गांव में भी देखने को मिल रहा है, हालत यह है कि ग्रामीणों ने पशुओं को भी कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए मास्क पहना शुरू कर दिया है. मामला जबलपुर जिले के मिलोनीगंज इलाके का है. जहां खौफ के चलते बैलों को भी मास्क पहनाकर घरों से बाहर निकाला जा रहा है,

बैलों को पहनाया मास्क


मिलोनीगंज इलाके में रहने वाले बैलगाड़ी चालक रामू यादव बैलगाड़ी चलाते हैं और इस बैलगाड़ी का उपयोग बोझा ढोने के अलावा जुलूस में किया जाता है. रामू की बैलगाड़ी कभी धार्मिक जुलूस तो कभी राजनीतिक जुलूस नजर आती है. सभी जगहों पर भीड़ भाड़ होती है, इसलिए रामू ने खुद तो मास्क का इस्तेमाल करना शुरू कर ही दिया था, अब उन्होंने अपने बैलों को भी मास्क लगाना शुरू कर दिया है.

बैलगाड़ी चालक रामू का कहना है की भीड़-भाड़ में कोरोना वायरस के फैलने की संभावना बहुत ज्यादा होती है और वे अपने जानवरों से बहुत प्यार करते हैं. इन्हीं के जरिए उनकी रोजी-रोटी चलती है, इसलिए उन्होंने खुद के साथ-साथ जानवरों को भी मास्क पहनना शुरू कर दिया है. हालांकि अब तक ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है, जिसमें जानवरों में कोरोना वायरस के होने की पुष्टि हुई हो, या फिर जानवरों के जरिए इसके फैलने की कोई बात सामने आई हो, लेकिन रामू डर के चलते खुद के साथ-साथ अपने जानवरों को भी सुरक्षित रखना चाहते हैं.

लोगों का कहना है कि रामू का यह प्रयास समाज के उन लोगों को भी संदेश है जो कोरोना वायरस को हल्के में ले रहे हैं और मास्क का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं, जबकि जिला प्रशासन लोगों को लगातार इस बात की अपील कर रहा है, कि जब तक वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक मास्क ही एकमात्र बचाव है.

Last Updated : Oct 29, 2020, 1:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.