जबलपुर। ''भारत देश की पहचान लोकतंत्र से है लेकिन भारतीय जनता पार्टी इस लोकतंत्र और संविधान की धज्जियां उड़ाने पर आमादा है. देश में संविधान नहीं बल्कि म्यूट तंत्र चल रहा है. संसद में जब भी विरोध की आवाजें उठती है तो संसद के अंदर के माइक म्यूट कर दिए जाते हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ भी ऐसा ही किया गया और उन्होंने जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अडानी के रिश्तों पर सवाल पूछने शुरू किए तो भारतीय जनता पार्टी ने कानून अपने हाथ में लेकर राहुल गांधी की ही संसद से सदस्यता खत्म करा दी.'' यह आरोप लगाए हैं युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने.
गोडसे की विचारधारा थोपना चाहती है भाजपा: जबलपुर पहुंचे श्रीनिवास बीवी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए मोदी सरकार पर तीखे हमले बोले. उन्होंने आरोप लगाया है कि ''भारतीय जनता पार्टी महात्मा गांधी के विचारों का दमन करके गोडसे की विचारधारा थोपना चाहती है.'' लोकतंत्र खतरे में होने की बात पर युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने साफ किया कि ''भारत में हिंदू, मुस्लिम, सिख और जैन नहीं बल्कि बेरोजगार गरीब और किसान खतरे में हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे दिनों के नारों पर भी तीखा वार किया.''
महंगाई से लोगों का जीना हुआ दुश्वार: श्रीनिवास बीवी ने गैस सिलेंडर, नौकरियां और रोजमर्रा की जरूरत की चीजों का जिक्र करते हुए कहा है कि ''भारतीय जनता पार्टी के राज में जन उपयोगी वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं, जिससे आम जनता का जीना दुश्वार होता जा रहा है.'' गांधी परिवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हमलों पर भी युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा है कि ''प्रधानमंत्री जैसे अहम और जिम्मेदार पद पर रहने के बावजूद भी पीएम मोदी निचले स्तर की भाषा का इस्तेमाल करते हैं.''
राहुल गांधी के पीछे पड़ गई है भाजपा: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द किए जाने के पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा है कि ''राहुल गांधी ने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपति गौतम अडानी के रिश्तों पर सवाल किया था. उन्होंने पूछा था कि अडानी के हवाई जहाज पर पीएम ने कितनी बार यात्राएं की. इसके बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और पूरी सरकार राहुल गांधी के पीछे लग गई और एक पुराने केस की फाइलें खुलवा कर आनन-फानन में उन्हें सजा दिलाई गई और उनकी सदस्यता संसद से रद्द करवाने के साथ ही सरकारी बंगले से बेदखली का आदेश निकलवा दिया.''
Also Read: राजनीति से जुड़ी इन खबरों पर भी डालें एक नजर |
यह था राहुल गांधी का अगला सवाल: श्रीनिवास बीवी ने कहा कि ''अगर राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द नहीं होती तो उनका अगला सवाल संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के गठन की मांग करना था और अडानी की शेल कंपनियों में आए 20,000 करोड रुपए से संबंधित सवाल पूछना था. लेकिन इसके पहले की देश हित से जुड़े सवाल राहुल गांधी पूछ पाते, उन्हें संसद से ही बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.''