जबलपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री व कांग्रेस के कद्दावर नेता सज्जन सिंह वर्मा जबलपुर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश की 3 विधानसभा और एक लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तैयारी की बात बताई, ईटीवी भारत से सज्जन सिंह वर्मा ने कहा उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने पूरी तैयारी कर ली है, इधर एन वक्त पर खंडवा लोकसभा सीट से अरुण यादव के नाम वापस लेने पर भी सज्जन सिंह वर्मा ने सफाई दी है.
खंडवा के लिए अरुण से अच्छा प्रत्याशी कोई नहीं
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि निश्चित रूप से खंडवा लोकसभा सीट के लिए अरुण यादव से अच्छा प्रत्याशी कोई नहीं है, पर उनके अलावा और भी कई अच्छे उम्मीदवार कांग्रेस के पास हैं, वर्मा ने कहा कि उनके नाम वापस लेने के पीछे उनकी पारिवारिक स्थितियां हैं, ऐसा नहीं है कि वह नाम वापस लेने के बाद उपचुनाव में सक्रिय नहीं होंगे, उन्होंने कहा कि खंडवा लोकसभा क्षेत्र के हर गांव और विधानसभा क्षेत्र में जाकर अरुण यादव सभा कर रहे हैं.
सुलोचना के पैर के नीचे खिसक रही थी जमीन
इधर कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुकीं सुलोचना रावत के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर भी सज्जन सिंह वर्मा ने तर्क दिया है, उन्होंने कहा कि सुलोचना रावत को कांग्रेस ने हमेशा अपने परिवार का बेहतर सदस्य समझा था, उन्हें कई मर्तबा विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया था, मंत्री भी बनाया गया. इतना ही नहीं उनके बेटे विशाल रावत को भी कांग्रेस ने टिकट दिया, पर वह बुरी तरह चुनाव हार गए, उन्हें ऐसा लगने लगा था कि अब उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसकने लगी है, कांग्रेस पुनः टिकट देती और वह अगर फिर हार जातीं तो उनके पास कहने को कुछ नहीं बचता, यही वजह है कि उन्होंने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाना ही उचित समझा.
अपने ही कार्यकर्ता के हारने वाले क्या जिताएंगे चुनाव
मध्यप्रदेश की 3 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमान संभाल रखी है, इस पर भी सज्जन सिंह वर्मा ने तंज कसा है, पूर्व मंत्री ने कहा कि जो स्वयं एक अदना से कार्यकर्ता से लाखों वोटों से चुनाव हार गया हो, वह कैसे लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को जिताएगा, यह सोचने वाली बात है.
यहां होना है उपचुनाव के लिए मतदान
छतरपुर जिले की पृथ्वीपुर, सतना जिले की रैगांव और अलीराजपुर की जोबट विधानसभा सीट के अलावा खंडवा लोकसभा सीट भी रिक्त है, जिस पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है. एमपी विधानसभा उपचुनाव के लिए 8 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक नामांकन, स्क्रूटनिंग और नाम वापसी ले सकेंगे उम्मीदवार, जबकि 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को मतगणना होगी.