जबलपुर| लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 29 में से 28 सीटें हारने के बाद कांग्रेस प्रत्याशियों ने ईवीएम और वीवीपैट पर सवाल उठाना शुरु कर दिया है. कांग्रेस के 28 उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर करके ईवीएम पर रोक लगाने की मांग की है. कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में आज 18 प्रत्याशियों ने जबलपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने कहा कि प्रदेश सहित देश की जनता और मतदाता को यकीन नहीं हो रहा है, कि कांग्रेस के प्रत्याशी लोकसभा चुनाव में इतनी बुरी तरह से हारे हैं.
झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट से उम्मीदवार रहे कांतिलाल भूरिया ने कहा कि चुनाव में इतने बड़े पैमाने एक लाख, दो लाख या पांच लाख मतों से कोई भी कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव नहीं हार सकता. कांतीलाल भूरिया ने ईवीएम और वीवीपैट मशीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसमें बहुत बड़ी गड़बड़ी है, जिसको लेकर चुनाव आयोग से भी शिकायत की गई थी, पर इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया. यही वजह है कि कांग्रेस प्रत्याशियों को आखिरकार हाईकोर्ट की शरण लेना पड़ा.
कांतिलाल भूरिया का ये भी कहना है कि चुनाव के समय पहले तो बूथ कैपचरिंग की जाती थी पर अब ईवीएम मशीनें कैप्चर हो रही हैं. हाईकोर्ट में याचिका के बाद उम्मीद है कि यहां से न्याय मिल सकता है. कांतिलाल भूरिया ने चुनाव से ईवीएम मशीन हटाने की मांग भी की है. उनका मानना है कि अगर विश्व में कहीं भी ईवीएम मशीनें चुनाव में नहीं लग रही हैं, तो फिर भारत में क्यों.