जबलपुर। कोरोना की बढ़ते मामलों से निपटने के लिए मुख्यमंत्री ने क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक ली. बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. कई जिलों में जहां लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है, वहीं सख्ती भी बढ़ती जा रही है. इस बैठक में जबलपुर से भाजपा विधायक अजय विश्नोई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच कोरोना संक्रमित मरीजों और उससे होने वाली मौतों के आंकड़े को लेकर काफी लंबी बातचीत चली. बातचीत में विधायक ने कोरोना के आंकड़ों को लेकर ऐतराज भी जताया.
- आंकड़ों पर भाजपा विधायक ने ऐतराज जताया
विधायक विश्नोई ने कहा कि जिस प्रकार से RT-PCR की जांच रिपोर्ट आने में विलंब हो रहा है, उसका इंतजार निजी अस्पताल नहीं कर रहे. बल्कि वे सीधे रैपिड एंटीजन टेस्ट कर मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज कर रहे हैं. ऐसे संक्रमित मरीज सरकारी आंकड़ों से दूर है, वहीं कोरोना संक्रमित मरीजों की अंत्येष्टि के लिए चिन्हित किए गए चौहानी श्मशान घाट से रोज सामने आ रही तस्वीर और सरकारी आंकड़े कहीं ना कहीं मेल नहीं खा रहे. ऐसे में अगर आंकड़े सही नहीं है तो क्राइसिस मैनेजमेंट की बात नहीं हो सकती.
कोरोना से निपटने के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक आयोजित
- विधायक बोले, क्या मैं चुप हो जाउ?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में मुख्यमंत्री ने विधायक अजय विश्नोई की बात को शायद उतनी तरजीह नहीं दी. जिसके बाद विश्नोई यह बात भी बोल बैठे कि, क्या मैं चुप हो जाउ? क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक को लेकर जब विधायक अजय विश्नोई से बात करनी चाही तो वह खुलकर बोले कि हां आंकड़ों के मुद्दे को लेकर उन्होंने सीएम से बात की है. तमाम आंकड़ों पर भी ऐतराज जताया है. स्पष्ट है कि, अगर आंकड़ों में खेल किया जाएगा तो हमारी तैयारी शायद इतनी पुख्ता ना हो पाएगी.