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दुग्ध उत्पादकों और किसानों को केसीसी कार्ड देने का अभियान शुरू

राज्य के समस्त दुग्ध उत्पादकों और किसानों को 31 जुलाई तक किसान क्रेडिट कार्ड प्रदाय करने का अभियान चलाया जा रहा है. किसान क्रेडिट कार्ड की मदद से दुग्ध उत्पादकों और किसानों को कार्यशैली पूंजी, मार्केटिंग जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकेगी.

Campaign started to give kcc to milk producers and farmers
दुग्ध उत्पादकों और किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड देने का अभियान शुरू
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Published : Jun 6, 2020, 10:43 AM IST

जबलपुर। दुग्ध उत्पादकों और किसानों को केसीसी प्रदाय करने का अभियान चलाया जा रहा है जो 31 जुलाई तक चलेगा. कलेक्टर भरत यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि दुग्ध सहकारी समितियों और दुग्ध उत्पादक कम्पनियों के दुग्ध उत्पादक और किसान योजना से लाभान्वित होंगे. हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज और वित्त मंत्री द्वारा कोविड-19 से जारी लॉकडाउन की स्थिति से निपटने के लिए किसान क्रेडिट योजना में दुग्ध उत्पादकों, किसानों को जोड़ने के दिए निर्देशों के क्रम में अभियान चलाया जा रहा है.

किसान क्रेडिट कार्ड से कार्यशैली पूंजी, मार्केटिंग जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति दुग्ध उत्पादक और किसानों की हो सकेंगी. केसीसी के अन्तर्गत ऋण पर किसानों को 2 प्रतिशत की छूट और समय पर भुगतान करने पर 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलेगी.

अपर मुख्य सचिव पशुपालन विभाग जेएन कन्सोटिया ने बताया कि 1 जून 2020 से प्रारंभ हुए अभियान में प्रदेश के ऐसे सभी किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे जो डेयरी सहकारी समितियों के सदस्य हैं और जिनके पास केसीसी नहीं है. जिन भू-स्वामी किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड है और जो दुग्ध उत्पादक भी है, वह अपने केसीसी की लिमिट को बढ़वा सकते हैं पर ब्याज की छूट 3 लाख रुपये की सीमा तक ही रहेगी.

किसान क्रेडिट कार्ड के तहत 1 लाख 60 हजार तक की सीमा तक की राशि बिना गारंटी के क्रेडिट कार्ड पर ली जा सकती है. दुग्ध उत्पादक और किसानों द्वारा दुग्ध संघों को सीधा दूध सप्लाई करने पर यह सीमा बिना गारंटी पर 3 लाख रुपये तक रहेगी. दुग्ध उत्पादकों और किसानों को क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए दुग्ध संघों द्वारा 15 जून तक क्रेडिट कार्ड फार्म भरवा कर बैंक शाखा को क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए देना होगा.

जबलपुर। दुग्ध उत्पादकों और किसानों को केसीसी प्रदाय करने का अभियान चलाया जा रहा है जो 31 जुलाई तक चलेगा. कलेक्टर भरत यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि दुग्ध सहकारी समितियों और दुग्ध उत्पादक कम्पनियों के दुग्ध उत्पादक और किसान योजना से लाभान्वित होंगे. हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित पैकेज और वित्त मंत्री द्वारा कोविड-19 से जारी लॉकडाउन की स्थिति से निपटने के लिए किसान क्रेडिट योजना में दुग्ध उत्पादकों, किसानों को जोड़ने के दिए निर्देशों के क्रम में अभियान चलाया जा रहा है.

किसान क्रेडिट कार्ड से कार्यशैली पूंजी, मार्केटिंग जैसी आवश्यकताओं की पूर्ति दुग्ध उत्पादक और किसानों की हो सकेंगी. केसीसी के अन्तर्गत ऋण पर किसानों को 2 प्रतिशत की छूट और समय पर भुगतान करने पर 3 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट मिलेगी.

अपर मुख्य सचिव पशुपालन विभाग जेएन कन्सोटिया ने बताया कि 1 जून 2020 से प्रारंभ हुए अभियान में प्रदेश के ऐसे सभी किसानों को क्रेडिट कार्ड दिए जाएंगे जो डेयरी सहकारी समितियों के सदस्य हैं और जिनके पास केसीसी नहीं है. जिन भू-स्वामी किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड है और जो दुग्ध उत्पादक भी है, वह अपने केसीसी की लिमिट को बढ़वा सकते हैं पर ब्याज की छूट 3 लाख रुपये की सीमा तक ही रहेगी.

किसान क्रेडिट कार्ड के तहत 1 लाख 60 हजार तक की सीमा तक की राशि बिना गारंटी के क्रेडिट कार्ड पर ली जा सकती है. दुग्ध उत्पादक और किसानों द्वारा दुग्ध संघों को सीधा दूध सप्लाई करने पर यह सीमा बिना गारंटी पर 3 लाख रुपये तक रहेगी. दुग्ध उत्पादकों और किसानों को क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए दुग्ध संघों द्वारा 15 जून तक क्रेडिट कार्ड फार्म भरवा कर बैंक शाखा को क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए देना होगा.

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