जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित व्हीकल फैक्ट्री अब भारतीय सेना के अलावा पड़ोसी देश बंग्लादेश को भी शक्तिशाली वाहन की सप्लाई करेगा, बांग्लादेश से भारत पहुंचे चार सदस्यीय दल ने जबलपुर पहुंचकर व्हीकल फैक्ट्री में बनने वाले सुरंग रोधी वाहन का निरीक्षण किया, यह वाहन टीम को इतना पसंद आया कि इसे देखते ही उनके मुंह वाह शब्द निकल पड़ा, बांग्लादेश से आए सैन्य अधिकारियों के दल ने सुरंग रोधी वाहन का उत्पादन भी देखा.
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भारतीय सेना के पास है ये शक्तिशाली वाहन
सुरंग रोधी वाहन अभी भारतीय सेना के पास है, यह वाहन इतना शक्तिशाली है कि इसमें बारूद का जरा भी असर नहीं पड़ता है, इतना ही नहीं इस वाहन के कांच भी बुलेट प्रूफ होते हैं, इस वाहन में 12 सैनिकों के बैठने की जगह होती है, इस वाहन को जबलपुर व्हीकल फैक्ट्री बना रही है.
बंग्लादेश से आए दल ने की MTV की सावरी
बंग्लादेश से पहुंचे 4 सदस्यी सैन्य अधिकारियों के दल ने एमटीवी वाहन को परखने के बाद इसमें बैठकर सवारी भी की, साथ ही ग्राउंड पर वाहन के फीचर्स को भी परखा, अब यह टीम अपनी रिपोर्ट बंग्लादेश सरकार को देगी, जिसके आधार पर रक्षा मंत्रालय के साथ वाहनों की सप्लाई के लिए समझौता होगा.
आतंकवाद-नक्सली क्षेत्र में होगी इससे गश्ती
बताया जा रहा है कि आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ यह वाहन बहुत ही कारगार साबित होगा, यह वाहन दुश्मनों के द्वारा जमीन पर बिछाई गई सुरंग से जवानों की हिफाजत करेगी, यह वाहन कई किलो बारूद के विस्फोट को भी सहन कर सकता है, साथ ही दुश्मनों की गोलीबारी को भी यह वाहन आराम से सहन कर सकता है.
कुछ ऐसी खूबियों से लैश है ये वाहन
- शक्तिशाली आर्मर्ड शीट से वाहन का निर्माण
- वाहन के कांच के साथ टायर भी बुलेटप्रूफ
- कई किलो बारूद के विस्फोट सहने की क्षमता
- सुरक्षा के लिए 'वी' शेप में वाहन का निर्माण
- ड्राइवर सहित 12 सैनिकों के बैठने की व्यवस्था
- एयरकूल्ड, नाइट विजन कैमरा जैसी नई तकनीक
- दुश्मन पर जवाबी कार्रवाई के लिए 10 फायरिंग पोर्ट
- सेना, अर्धसैनिक बल एवं राज्य पुलिस करती है उपयोग
- 60 से 85 किमी प्रति घंटा की स्पीड, 11 टन है वजन