जबलपुर। कोरोना वायरस संकटकाल में मध्य प्रदेश के हजारों मजदूर कई दिनों से अभी भी दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. ऐसे में अब इन मजदूरों को सरकार उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का काम रेलवे के माध्यम से शुरू कर रही है. कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जबलपुर रेलवे स्टेशन की सूरत बदल दी गई है. आगामी समय में अब जबलपुर में भी दूसरे राज्यों से मजदूर आने वाले हैं. ऐसे में रेलवे ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है.
जबलपुर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर एक पर पूरी व्यवस्था कर ली गई है. रेलवे ने बकायदा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मार्किंग की है और गोले भी बनाए हैं. इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर ज्यादा भीड़ न रहे, इसके लिए आरपीएफ और जीआरपी की टीम तैनात की गई है.
वहीं जिला प्रशासन ने भी रेलवे के साथ संबंध बनाते हुए जबलपुर स्टेशन के बाहर बसें और एंबुलेंस की व्यवस्था कर रखी है. जबलपुर संभाग कमिश्नर महेशचंद्र चौधरी का कहना है कि अब दूसरे राज्य में फंसे मजदूरों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. जबलपुर-डिंडोरी-मंडला में रहने वाले मजदूर जबलपुर स्टेशन आएंगे तो उनकी बकायदा वहां स्क्रीनिंग करवाई जाएगी. अगर कोई मजदूर पाया जाता है तो उसको एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल में रखा जाएगा.
आठ श्रमिक स्पेशल ट्रेन आ सकती हैं जबलपुर
जानकारी के अनुसार रेलवे बोर्ड द्वारा जो श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही हैं वह 24 कोच की होंगी. एक ट्रेन में एक बार में 12 यात्री सवार हो सकते हैं. ऐसे में यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि जबलपुर आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या 8000 से अधिक हो सकती है.
मुंबई में सर्वाधिक मजदूर जबलपुर जिले के
जिले के लगभग 9000 मजदूर दूसरे प्रदेशों में फंसे थे. यह जानकारी जिला प्रशासन की ओर से राज्य शासन को भेजी गई है. सबसे ज्यादा मजदूर महाराष्ट्र के मुंबई में हैं. यहां इनकी संख्या लगभग 4000 है. सबसे पहले इन मजदूरों को वहां से लाने की तैयारी की जा रही है.
कहां पर फंसे हैं कितने श्रमिक
मुंबई- 4000
गुजरात- 2500
राजस्थान-1000
अन्य प्रदेश 1500