जबलपुर। जिले के रानीताल चौक पर एक 3 मंजिला इमारत को जमींदोज करने की कार्रवाई की गई. यह इमारत निजी जमीन पर बनी थी, लेकिन इस इमारत के ठीक बाजू से फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है. सड़क चौड़ी करने के लिए इस इमारत को हटाना जरूरी था. इमारत गिरने से कई लोगों को काफी नुकसान हुआ है. निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस जमीन के अधिग्रहण में जो भी मुआवजा मकान मालिक का बनेगा, वह उसे दिया जाएगा.
मालिकों को मिलेगा मुआवजा: बीते कुछ दिनों से इमारत के मालिक को नगर निगम की ओर से नोटिस दिए गए थे, लेकिन किसी पारिवारिक विवाद के चलते इमारत नहीं तोड़ी गई थी. आज नगर निगम ने 3 मंजिला इमारत को जमींदोज कर दिया. हालांकि नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस जमीन के अधिग्रहण में जो भी मुआवजा मकान मालिक का बनेगा, वह उसे दिया जाएगा, लेकिन इस इमारत मैं कुछ दुकानदार भी कामकाज करते थे. उन लोगों को इमारत के गिरने से काफी नुकसान हुआ है. इन लोगों ने अपना विरोध भी दर्ज करवाया, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों के सामने इनकी बात किसी ने नहीं सुनी.
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फ्लाईओवर के लिए लंबा इंतजार: गौरतलब है कि जबलपुर में एक 6 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. इसकी वजह से सड़क को भी चौड़ा किया गया है, लेकिन शहर के बीचों-बीच बनाए गए इस फ्लाईओवर की वजह से कई लोगों को अपने मकान तोड़ने पड़े हैं. सरकार ने भी इन लोगों को अब तक करोड़ों रुपए का मुआवजा दिया है. जब यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ था, तब केबल जमीन अधिग्रहण में 100 करोड़ रुपए की राशि खर्च होने का अनुमान लगाया गया था. हालांकि अभी तक फ्लाईओवर का काम पूरा नहीं हुआ है, जबकि इसकी डेडलाइन 2023 के अंत में थी, फिलहाल जो काम चल रहा है उसे देखकर लगता है कि आने वाले 2 सालों में भी फ्लाईओवर का काम पूरा नहीं हो पाएगा, क्योंकि मदन महल स्टेशन के ऊपर जो हो वायर ब्रिज बनना है. उसका काम अभी मात्र 30% हुआ है. इसी तरीके से दमोह नाके के पास फ्लाईओवर एक्सटेंशन का काम भी बहुत धीरे धीरे चल रहा है. जाहिर सी बात है कि बीते 3 सालों से फ्लाईओवर की वजह से लोग बहुत परेशान हैं. शहर में धूल रही है और अभी काम पूरा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.