जबलपुर। प्रेदश में बेरोजगारी का आलम ये है कि अकेले जबलपुर शहर में एक अक्टूबर से 31 जनवरी तक 17641 बेराजगार युवाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है. वहीं जिले में बेरोजगारों की तादात काफी ज्यादा है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार जबलपुर में कुल 89612 रजिस्टर्ड बेरोजगार हैं.

दरअसल, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव से पहले बेरोजगार भत्ते के रूप में चार हजार रूपये प्रतिमाह देने का वजन दिया था. अब सरकार बनने के बाद युवाओं ने इसका लाभ लेने के लिये रजिस्ट्रेश कराया है. इससे पहले सामान्य तौर पर एक महीने में 100 से 150 युवा ही रोजगार कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाते थे, क्योंकि रोजगार कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करवाना सरकारी नौकरी में जरूरी था.


बेरोजगारी भत्ते के लिये जो रजिस्ट्रेश किये गये हैं, उसके मुताबिक करीब एक लाख लोगों के पास रोजगार नहीं है. खास बात ये है कि आंकड़ा अंतिम नहीं है, अभी रजिस्ट्रेशन जारी हैं, जिससे बेरोजगारों की संख्या और भी बढ़ सकती है. बेराजगारी का ये आंकड़ा प्रदेश सरकार के मुंह पर एक तमाचा है, क्योंकि जनता की जेब से अरबों रूपये टैक्स वसूलने के बाद भी नौजवानों को काम नहीं दिया जा रहा.