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कोराना पर यह क्या बोल गए इंदौर कलेक्टर, सुनकर चौंक जाएंगे आप - ऑक्सीजन की कमी पर इंदौर कलेक्टर

इंदौर के कलेक्टर मनीष सिंह ने एक बार फिर जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर अपनी चिंता जाहिर की है. कलेक्टर ने कहा कि केस अगर इसी तेजी से बढ़े और अनलिमिटेड हो गए तो हम ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं कर पाएंगे.

Indore collector expressed concern over oxygen crisis
ऑक्सीजन संकट पर इंदौर कलेक्टर ने जताई चिंता
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Published : Apr 19, 2021, 6:53 PM IST

Updated : Apr 19, 2021, 8:51 PM IST

इंदौर। पूरे प्रदेश में कोरोना संकट गहरा रहा है प्रदेश के हर जिले में आक्सीजन की किल्लत है. इसे लेकर इंदौर कलेक्टर ने चिंता जताई है. लेकिन मीडिया से बात करते हुए इंदौर कलेक्टर ने कह दिया कि अगर कोरोना के केस ऐसे ही बढ़ते रहे तो वे लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पाएंगे. ऐसे में जब प्रशासनिक अधिकारी ही ऐसे बयान दे रहे तो सरकार के दावों पर तो सवाल उठता ही है. कलेक्टर जब खुद ही कह रहे हैं कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाज कराने को मजबूर मरीजों की जान को खतरा उत्पन्न हो सकता है. तो फिर भला आम आदमी अपनी परेशानी लेकर भला कहां जाए.

ऑक्सीजन संकट पर इंदौर कलेक्टर ने जताई चिंता

इंदौर में यह है कोरोना की स्थिति

  • इंदौर में सोमवार को 1698 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 91015 हो गई है.
  • इंदौर में सोमवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है. अब तक जिले में 1054 मरीजों की मौत हो चुकी है.
  • जबकि सोमवार को 876 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं.
  • इंदौर में अब तक 78157 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 11,804 कोरोना मरीज एक्टिव हैं
  • यह है इंदौर में उपलब्ध बेड की स्थिति

प्रदेश के अस्पतालों में बेड की कमी लोगों को रुला रही है. इंदौर का हाल भी कुछ अलग नहीं है. बेड नहीं मिलने से मरीज और परिजन अस्पताल दर अस्पताल भटकने को मजबूर हैं. जबकि कई लोग बेड न मिलने और इलाज के अभाव में दर तोड़ चुके हैं. इंदौर के अस्पतालों में यह है बेड की हालत

  • 103 कोविड अस्पतालों में आईसीयू के 1274, एचडीयू के 1463, ऑक्सीजन के 2639 और आइसोलेशन के 1499 बेड हैं, लेकिन एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 12 हजार के पार होने से बेड आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहे हैं।
  • इंदौर के छोटे से लेकर बड़े अस्पताल तक में भी बेड उपलब्ध नहीं है. इंदौर के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल अरविंदो हॉस्पिटल में भी बेड उपलब्ध नहीं है. यहां टोटल 1600 बेड हैं.
  • स्पेशल हॉस्पिटल जुपिटरमें भी यही हाल है, यहां टोटल 70 बेड हैं.
  • आरके अस्पताल में लगभग 40 बेड हैं, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं है.
  • 402 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी बुरा हाल है, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं हैं
  • गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ेगी तो होगी मुश्किल

सोमवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति पर हुई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से चर्चा की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद कलेक्टर के माथे पर जिस चिंता की लकीर थी, वो चिंता जुबां पर भी आ गई . कलेक्टर ने कहा कि इंदौर के अस्पतालों में आईसीयू बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं. अगर गंभीर मरीजों की संख्या में इसी तेजी से इजाफा होगा तो ऑक्सीजन उपलब्ध करवाना मुश्किल हो जाएगा.

  • हर दिन किसी अस्पताल में हो रही ऑक्सीजन की कमी

दरअसल बीते एक सप्ताह में ऑक्सीजन की कमी को लेकर प्रदेश के सागर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर और इंदौर में करीब 50 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं. हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज अस्पतालों में भर्ती है जिन्हें लगातार ऑक्सीजन मुहैया कराना मुश्किल हो रहा है. इंदौर में फिलहाल भिलाई से 30-50 टन और जामनगर से 30-40 टन ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है. इसके अलावा पीथमपुर और इंदौर के सांवेर रोड पर स्थित छोटे ऑक्सीजन प्लांट से अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान बचाने की कोशिशें चल रही हैं. इतनी कोशिशों के बावजूद इंदौर में आए दिन किसी न किसी अस्पाताल में ऑक्सीजन की सप्लाई में रुकावट आ रही है.

पड़ोसी राज्यों के भरोसे चल रही MP की सांसें! घुट रहा मरीजों का दम

  • आनन-फानन में बनाए जा रहे हैं ऑक्सीजन प्लांट

प्रदेश में गंभीर मरीजों के अलावा ऑक्सीजन सपोर्ट और आईसीयू में भर्ती हजारों मरीजों की जान को खतरा बना हुआ है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने आनन-फानन प्रदेश के कई जिलों में तत्काल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है. जिसमें इंदौर संभाग के बड़वानी, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर, अलीराजपुर में पीडब्ल्यूडी विभाग और सीएमएचओ समेत सिविल सर्जन कार्यालय के सामंजस्य से सभी संबंधित जिला अस्पताल के परिसरों में जमीन चिन्हित कर तत्काल ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

  • राधा स्वामी कोविड सेंटर में भी नहीं होगा ऑक्सीजन सपोर्ट

इंदौर में करीब 2000 मरीजों के लिए आकार ले रहे राधा स्वामी सत्संग व्यास केंद्र में भी मरीजों के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं रहेगा. यहां सिर्फ गैर लक्षणों वाले मरीजों को ही रखा जा सकेगा. सांस लेने में तकलीफ होने वाले मरीजों को वहां नहीं रखा जाएगा.

  • शहर में होने वाले तमाम शादी समारोह प्रतिबंधित

इंदौर में शादी समारोह से संक्रमण की स्थिति बिगड़ने के चलते फिलहाल किसी को भी शादी समारोह की अनुमति नहीं दी जा रही है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है लोग अपनी शादी की तारीख को आगे बढ़ा लें. शादी में भीड़ इकट्ठा होने पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

इंदौर। पूरे प्रदेश में कोरोना संकट गहरा रहा है प्रदेश के हर जिले में आक्सीजन की किल्लत है. इसे लेकर इंदौर कलेक्टर ने चिंता जताई है. लेकिन मीडिया से बात करते हुए इंदौर कलेक्टर ने कह दिया कि अगर कोरोना के केस ऐसे ही बढ़ते रहे तो वे लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं करा पाएंगे. ऐसे में जब प्रशासनिक अधिकारी ही ऐसे बयान दे रहे तो सरकार के दावों पर तो सवाल उठता ही है. कलेक्टर जब खुद ही कह रहे हैं कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर इलाज कराने को मजबूर मरीजों की जान को खतरा उत्पन्न हो सकता है. तो फिर भला आम आदमी अपनी परेशानी लेकर भला कहां जाए.

ऑक्सीजन संकट पर इंदौर कलेक्टर ने जताई चिंता

इंदौर में यह है कोरोना की स्थिति

  • इंदौर में सोमवार को 1698 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसके बाद संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 91015 हो गई है.
  • इंदौर में सोमवार को 7 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हुई है. अब तक जिले में 1054 मरीजों की मौत हो चुकी है.
  • जबकि सोमवार को 876 मरीज कोरोना से जंग जीतकर घर लौटे हैं.
  • इंदौर में अब तक 78157 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं. जबकि 11,804 कोरोना मरीज एक्टिव हैं
  • यह है इंदौर में उपलब्ध बेड की स्थिति

प्रदेश के अस्पतालों में बेड की कमी लोगों को रुला रही है. इंदौर का हाल भी कुछ अलग नहीं है. बेड नहीं मिलने से मरीज और परिजन अस्पताल दर अस्पताल भटकने को मजबूर हैं. जबकि कई लोग बेड न मिलने और इलाज के अभाव में दर तोड़ चुके हैं. इंदौर के अस्पतालों में यह है बेड की हालत

  • 103 कोविड अस्पतालों में आईसीयू के 1274, एचडीयू के 1463, ऑक्सीजन के 2639 और आइसोलेशन के 1499 बेड हैं, लेकिन एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 12 हजार के पार होने से बेड आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहे हैं।
  • इंदौर के छोटे से लेकर बड़े अस्पताल तक में भी बेड उपलब्ध नहीं है. इंदौर के सबसे बड़े प्राइवेट अस्पताल अरविंदो हॉस्पिटल में भी बेड उपलब्ध नहीं है. यहां टोटल 1600 बेड हैं.
  • स्पेशल हॉस्पिटल जुपिटरमें भी यही हाल है, यहां टोटल 70 बेड हैं.
  • आरके अस्पताल में लगभग 40 बेड हैं, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं है.
  • 402 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भी बुरा हाल है, यहां भी बेड उपलब्ध नहीं हैं
  • गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ेगी तो होगी मुश्किल

सोमवार को इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति पर हुई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से चर्चा की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद कलेक्टर के माथे पर जिस चिंता की लकीर थी, वो चिंता जुबां पर भी आ गई . कलेक्टर ने कहा कि इंदौर के अस्पतालों में आईसीयू बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं. अगर गंभीर मरीजों की संख्या में इसी तेजी से इजाफा होगा तो ऑक्सीजन उपलब्ध करवाना मुश्किल हो जाएगा.

  • हर दिन किसी अस्पताल में हो रही ऑक्सीजन की कमी

दरअसल बीते एक सप्ताह में ऑक्सीजन की कमी को लेकर प्रदेश के सागर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर और इंदौर में करीब 50 से ज्यादा मौत हो चुकी हैं. हजारों की संख्या में संक्रमित मरीज अस्पतालों में भर्ती है जिन्हें लगातार ऑक्सीजन मुहैया कराना मुश्किल हो रहा है. इंदौर में फिलहाल भिलाई से 30-50 टन और जामनगर से 30-40 टन ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है. इसके अलावा पीथमपुर और इंदौर के सांवेर रोड पर स्थित छोटे ऑक्सीजन प्लांट से अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जान बचाने की कोशिशें चल रही हैं. इतनी कोशिशों के बावजूद इंदौर में आए दिन किसी न किसी अस्पाताल में ऑक्सीजन की सप्लाई में रुकावट आ रही है.

पड़ोसी राज्यों के भरोसे चल रही MP की सांसें! घुट रहा मरीजों का दम

  • आनन-फानन में बनाए जा रहे हैं ऑक्सीजन प्लांट

प्रदेश में गंभीर मरीजों के अलावा ऑक्सीजन सपोर्ट और आईसीयू में भर्ती हजारों मरीजों की जान को खतरा बना हुआ है. यही वजह है कि राज्य सरकार ने आनन-फानन प्रदेश के कई जिलों में तत्काल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया है. जिसमें इंदौर संभाग के बड़वानी, खरगोन, झाबुआ, बुरहानपुर, अलीराजपुर में पीडब्ल्यूडी विभाग और सीएमएचओ समेत सिविल सर्जन कार्यालय के सामंजस्य से सभी संबंधित जिला अस्पताल के परिसरों में जमीन चिन्हित कर तत्काल ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने के निर्देश दिए हैं.

  • राधा स्वामी कोविड सेंटर में भी नहीं होगा ऑक्सीजन सपोर्ट

इंदौर में करीब 2000 मरीजों के लिए आकार ले रहे राधा स्वामी सत्संग व्यास केंद्र में भी मरीजों के लिए ऑक्सीजन सपोर्ट नहीं रहेगा. यहां सिर्फ गैर लक्षणों वाले मरीजों को ही रखा जा सकेगा. सांस लेने में तकलीफ होने वाले मरीजों को वहां नहीं रखा जाएगा.

  • शहर में होने वाले तमाम शादी समारोह प्रतिबंधित

इंदौर में शादी समारोह से संक्रमण की स्थिति बिगड़ने के चलते फिलहाल किसी को भी शादी समारोह की अनुमति नहीं दी जा रही है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है लोग अपनी शादी की तारीख को आगे बढ़ा लें. शादी में भीड़ इकट्ठा होने पर संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.

Last Updated : Apr 19, 2021, 8:51 PM IST
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