इंदौर। भारत सरकार की वन नेशन-वन कार्ड योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली एक महिला को इंदौर क्राइम ब्रांच और द्वारकापुरी पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. आरोपी ने इंदौर सहित आसपास के 4-5 जिलों में खुद को निजी कंपनी का प्रतिनिधि बताया था. वन नेशन-वन कार्ड बनाने के लिए सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर धार, अलीराजपुर, देवास, उज्जैन और शाजापुर में ठगी की वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल पकड़ी गई महिला से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है.
दरअसल, इंदौर की कल्पना सक्सेना ने क्राइम ब्रांच और द्वारिकापुरी पुलिस में शिकायत की थी कि वन नेशन-वन कार्ड योजना के सरकारी टेंडर दिलाने के नाम पर एक महिला आस-पास के शहरों में ठगी कर चुकी है. इसी तरीके की ठगी उसके साथ भी हुई है. महिला ने बताया कि एक टेंडर दिलवाने के साढ़े तीन लाख रुपये के हिसाब से दो टेंडर की राशि 7 लाख रुपये तय हुई थी. इसके तहत आरोपी पल्लवी को कल्पना सक्सेना 50 हजार रुपये का चेक दे चुकी थीं. नगदी के तौर पर भी उसको कुछ रुपए देने वाली थी, लेकिन जब पीड़िता को इस मामले में धोखाधड़ी होने की जानकारी मिली, तो उसने क्राइम ब्रांच के साथ ही द्वारकापुरी पुलिस को शिकायत की.
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी महिला को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया, जिसके तहत पीड़िता को आरोपी पल्लवी को नकदी देना था. आरोपी महिला को फ्लैट पर बुलवाया गया, जहां से उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
आरोपी महिला ने पूछताछ में बताया कि वह चंडीगढ़ के निजी कंपनी में काम करती है. कुछ समय पहले दिल्ली में वन नेशन-वन कार्ड के फ्रॉड का मामला ऑनलाइन वीडियो पर देखा था. वहीं से उसे यह धोखाधड़ी करने का तरीका दिमाग में आया. उसने बताया कि वह अब तक पांच शहरों में इस तरह की ठगी कर चुकी है.