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मध्यप्रदेश में बदल सकता है मौसम का मिजाज, बारिश की जताई जा रही है संभावना

इंदौर के साथ-साथ प्रदेश के कई जिलों में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. जानकारी के मुताबिक समुद्र में होने वाले लालीना प्रभाव के कारण ये हालात बन रहे हैं.

Weather Changes in MP
एमपी में मौसम में बदलाव
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Published : Nov 17, 2020, 4:26 PM IST

इंदौर। समुद्री तापमान कम होने के कारण प्रदेश के मौसम में भी इन दिनों अंतर देखा जा रहा है. फिलहाल आसमान में बादल छाने के साथ ही मौसम में भी लगातार बदलाव आ रहा है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक समुद्र में होने वाले लालीना प्रभाव के कारण समुद्री जल ठंडा होने के फलस्वरूप यह हालात बन रहे हैं. इस दौरान समुद्री जल अचानक ठंडा होता है, जिसके फलस्वरूप सर्दियों के मौसम में बादल और बारिश जैसे हालात बन जाते हैं.

मौसम में बदलाव

फिलहाल पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी लालीना प्रभाव के कारण तापमान में दो डिग्री के करीब वृद्धि होने के साथ-साथ आसमान में बादल छाए हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अंचल में यह स्थिति आगामी 30 नवंबर तक रहने वाली है. इस दौरान अधिकतम तापमान 31 से 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं. तापमान में यह वृद्धि 1 से 2 डिग्री की है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक फिलहाल अंचल में बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन 30 नवंबर तक मौसम में उतार-चढ़ाव की यही स्थिति रहने वाली है.

यह है अलनीना और लानीना प्रभाव

ग्लोबल लेवल पर मौसम का आंकलन करने के लिए अलनीना और लालीना प्रभाव का योग किया जाता है. अलनीना प्रभाव के चलते समुद्र की सतह का तापमान एकदम बढ़ जाता है, जबकि लालीना मतलब समुद्र की सतह का तापमान का कम हो जाना. व्यापक रूप से इसे जलवायु और मौसम के अनुसार विभाजित किया जाता है. लालीना प्रभाव के फल स्वरुप मौसम के स्थाई प्रभाव के आकलन को लेकर किया जाता है जबकि अलनीना के प्रभाव का आंकलन वैश्विक स्तर पर किया जाता है.

इंदौर। समुद्री तापमान कम होने के कारण प्रदेश के मौसम में भी इन दिनों अंतर देखा जा रहा है. फिलहाल आसमान में बादल छाने के साथ ही मौसम में भी लगातार बदलाव आ रहा है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक समुद्र में होने वाले लालीना प्रभाव के कारण समुद्री जल ठंडा होने के फलस्वरूप यह हालात बन रहे हैं. इस दौरान समुद्री जल अचानक ठंडा होता है, जिसके फलस्वरूप सर्दियों के मौसम में बादल और बारिश जैसे हालात बन जाते हैं.

मौसम में बदलाव

फिलहाल पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई जिलों में भी लालीना प्रभाव के कारण तापमान में दो डिग्री के करीब वृद्धि होने के साथ-साथ आसमान में बादल छाए हुए हैं. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अंचल में यह स्थिति आगामी 30 नवंबर तक रहने वाली है. इस दौरान अधिकतम तापमान 31 से 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 से 17 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं. तापमान में यह वृद्धि 1 से 2 डिग्री की है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक फिलहाल अंचल में बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन 30 नवंबर तक मौसम में उतार-चढ़ाव की यही स्थिति रहने वाली है.

यह है अलनीना और लानीना प्रभाव

ग्लोबल लेवल पर मौसम का आंकलन करने के लिए अलनीना और लालीना प्रभाव का योग किया जाता है. अलनीना प्रभाव के चलते समुद्र की सतह का तापमान एकदम बढ़ जाता है, जबकि लालीना मतलब समुद्र की सतह का तापमान का कम हो जाना. व्यापक रूप से इसे जलवायु और मौसम के अनुसार विभाजित किया जाता है. लालीना प्रभाव के फल स्वरुप मौसम के स्थाई प्रभाव के आकलन को लेकर किया जाता है जबकि अलनीना के प्रभाव का आंकलन वैश्विक स्तर पर किया जाता है.

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