इंदौर। आमतौर पर सरकारी विभागों में महिला अधिकारी और कर्मचारियों को जब छोटे बच्चे रहते हैं तो उन्हें देखरेख के लिए लंबी छुट्टी की आवश्यकता रहती है. इसी समस्या को देखते हुए पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी ने महिला अधिकारी और कर्मचारियों के लिए एक अनूठी पहल की शुरुआत की है. कंपनी ने पोलो ग्राउंड स्थित कैंपस में ही एक झूलाघर का निर्माण करवाया है. इस झूलाघर में वे तमाम सुविधाएं हैं, जो एक घर में मौजूद रहती हैं.
झूलाघर में मौजूद केयरटेकर : कैंपस में इस सुविधा का फायदा यह हुआ कि जिन महिला अधिकारी और कर्मचारियों के छोटे बच्चे हैं, वह उन बच्चों को अपने साथ यहां पर लाती है और यहां पर मौजूद केयरटेकर को सुपुर्द कर अपनी ड्यूटी पर चली जाती हैं. यदि इस दौरान बच्चे रोते हैं या उन्हें किसी तरह की कोई जरूरत लगती है तो केयरटेकर संबंधित महिला अधिकारी और कर्मचारियों को सूचना देकर कैंपस में ही बने झूलाघर में बुला लेती हैं. झूलाघर में महिला अधिकारी और कर्मचारी थोड़ी देर अपने बच्चों के साथ रहकर वापस अपने काम पर लौट जाती हैं. ये कर्मचारी अपने बच्चों की देखरेख करने के साथ ड्यूटी भी आसानी से कर लेती हैं.
जोन स्तर पर होगी झूलाघर की व्यवस्था : पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी ने शुरुआती तौर पर इसे पोलो ग्राउंड स्थित कैंपस से शुरू किया है. आने वाले दिनों में पश्चिम विद्युत वितरण कंपनी के इंदौर जिले के विभिन्न जोनों पर भी इस तरह की व्यवस्था की जाएगी. बता दें जब से कंपनी द्वारा झूलाघर का निर्माण किया गया है, ऐसी महिला अधिकारी और कर्मचारी किसी तरह की कोई छुट्टी नहीं ले रही हैं और इसका फायदा कंपनी को हो रहा है. कंपनी की महिला अधिकारी अनुषा पाठक कहती हैं कि इस सुविधा से महिला कर्मचारी काफी खुश हैं. (Unique initiative of electricity company) (Hammock built in campus in Indore) * (Women workers care of children with duty)