इंदौर। शहर में 4 साल पहले मेघदूत गार्डन में हरीश कौल और कैलाश भूरे समेत अन्य लोगों ने मॉर्निंग वॉक के दौरान गार्डन के बाहर ही अपने अपने गाने गुनगुनाने की शुरुआत की. धीरे- धीरे इस महफिल से मॉर्निंग वॉक करने वाले अन्य लोग भी जुड़ गए, जो एक- दूसरे को नहीं जानने के बावजूद भी अपने गाने सुनाने लगे. देखते ही देखते कई महिलाएं भी ग्रुप से जुड़ गईं. इस प्रकार करीब 60 से 70 लोगों का गीत- संगीत फ्रेंड्स ग्रुप बन गया. धीरे-धीरे एक दूसरे के दोस्त बने और सभी सदस्यों ने ग्रुप के मंच पर नियमित रूप से अपनी प्रस्तुतियां देनी शुरू की.
रोजाना डेढ़ घंटे का प्रोग्राम : देखते ही देखते हैं मेघदूत गार्डन में यह ग्रुप चर्चित हो गया. जहां रोज सुबह 7 बजे से लेकर 8:30 बजे तक ग्रुप के सदस्य बारी- बारी से गाने सुनाते हैं. इस दौरान बाकी सदस्य गाने पर झूमकर नाचते हैं. करीब डेढ़ घंटे चलने वाले गीत- संगीत और हंसी-मजाक के दौर के बाद सभी तरोताजा हो जाते हैं. इतना ही नहीं, जो लोग गीत- संगीत की इस महफिल से मनोरंजन करना चाहते हैं, वह भी ग्रुप के डांस और गाने का आनंद लेने के लिए श्रोता के रूप में आसपास खड़े नजर आते हैं. फिलहाल स्थिति यह है कि अब ग्रुप के सभी सदस्य एक- दूसरे से आत्मीय रूप से जुड़े हुए हैं, जो सुख-दुख के साथी हैं. अब आलम यह है कि ग्रुप के सभी सदस्य स्थानीय मंडलियों अथवा भजन कार्यक्रमों के गायक भी बन चुके हैं, जो अपनी प्रस्तुतियां देते हैं.
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संगीत से लोगों का मानसिक उपचार : दरअसल, वर्तमान दौर की व्यस्ततम और तनाव भरी जीवनचर्या में संगीत ही ऐसा माध्यम है, जो तनाव दूर करता है. इसके अलावा जो लोग संगीत से जुड़े हुए हैं, वह भी अपने ब्लड प्रेशर और तनाव से मुक्ति के लिए गीत- संगीत की मदद लेते हैं. बता दें कि ब्लड प्रेशर और हृदय रोग जैसे मामलों में भी उपचार के लिए हंसी- मजाक और डांस को अहमियत दी जाती है. यहां 10 साल के बच्चे से लेकर 70 साल के बुजुर्ग भी नाचते गाते नजर आते हैं. करीब डेढ़ घंटे की महफिल के बाद बारी- बारी से सभी सदस्य एक- दूसरे को स्वास्थ्यवर्धक जूस एवं अन्य फल हार का नाश्ता मौके पर ही कराते हैं. (Unique initiative In Indore) (Relief mental stress with laughter) (Music benefits for health)