इंदौर। संसद द्वारा लागू किए कृषि कानून के विरोध के बीच आज केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत कृषि कानून को किसानों के हित में बताते नजर आए. शहर में मीडिया से मुखातिब हुए केंद्रीय मंत्री ने उत्तरप्रदेश के हाथरस में हुई घटना पर बोलने से बचते नजर आए. इतना ही नहीं केंद्रीय मंत्री ने खरगोन जिले में नाबालिग से हुए दुष्कर्म की घटना की जानकारी भी नहीं होने की बात कही.
हाथरस पीड़िता के अंतिम संस्कार पर मंत्री ने साधी चुप्पी
हाथरस की घटना पर थावरचंद गहलोत ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने घटना को गंभीरता से लिया है और अपराधियों को कठोर सजा मिलेगी. गहलोत ने माना कि कई राज्यों में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से ज्यादा राजस्थान में इस तरह की घटना हुई है. उनके मंत्रालय में इस तरह की घटनाओं पर पीड़ित परिवार के लिए करीब 8 लाख रूपए तक की आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था है, लेकिन योगी सरकार ने पीड़ित परिवार को पहले से ही आर्थिक सहायता उपलब्ध करा दी है. पीड़िता के अंतिम संस्कार पर किए गए सवाल पर मंत्री ने चुप्पी साध ली.
कृषि कानून को बताया किसान के हित में
थावरचंद गहलोत ने कृषि कानून को किसानों के हित में बताया और कहा कि इस कानून से किसानों को अपनी उपज बेचने के नए-नए अवसर मिलेंगे और उनका मुनाफा बढ़ेगा, अन्नदाता सशक्त बनेंगे. गहलोत ने कहा कि ये कानून किसानों को अपने फसल के भंडारण ओर बिक्री की आजादी देंगे ओर बिचौलियों के चंगुल से उन्हें मुक्त करेंगे.
अकाली दल के अलग होने पर बोले गहलोत
कृषि कानून पर हो रहे विरोध को लेकर पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से ये आंदोलन हो रहा है. पंजाब में अकाली दल के अलग हो जाने पर कहा कि इससे कोई भी नुकसान नहीं होगा. गहलोत ने कहा कि पंजाब में हो रहे आंदोलन में अपना पक्ष कमजोर न हो, इसलिए अकाली दल ने इस कानून का विरोध किया है.
उपुचनाव में जीतेगी बीजेपी
एमपी में होने वाले विधानसभा उपचुनाव पर भी थावरचंद गहलोत ने बयान दिया. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में बीजेपी की स्थिति मजबूत है. भाजपा भारी बहुमत से जीते दर्ज करेगी.