इंदौर। प्रदेश में लगातार चले लॉकडाउन में ट्रांसपोर्ट व्यवसाय को भी अच्छा खासा नुकसान पहुंचा है. अब ट्रांसपोर्ट व्यवसायी पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के कारण फिर से परेशानियों में हैं. इसे लेकर ट्रांसपोर्ट व्यापारियों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उनका टैक्स माफ किया जाए, जिससे कि वे अपने नुकसान की भरपाई कर सकें. साथ ही ट्रक ड्राइवरों को भी कोरोना योद्धा मानकर उनका बीमा कराया जाए.
प्रदेश में लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट व्यवसाय की कमर पूरी तरह टूट गई है. ट्रांसपोर्ट व्यवसाय अपने व्यापार में हुए नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र और राज्य सरकार से लगातार बातचीत कर रहे हैं. व्यवसायियों की मांग है कि लॉकडाउन के चलते उनका व्यापार पहले ही 25 फीसदी शेष रह गया है. शेष व्यापार करने के लिए भी फिलहाल अभी उनके पास कोई साधन उपलब्ध नहीं है. फैक्ट्रियों में उत्पादन पूरी तरह से बंद हैं और जो मजदूर काम करने के लिए नहीं मिल रहे हैं. साथ ही ट्रांसपोर्ट व्यवसायी के सामने सबसे बड़ी चुनौती उन ड्राइवरों की है जो कोरोना के चलते अपने घर लौट गए थे.
शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या के कारण घर गए ड्राइवर अभी तक इंदौर नहीं लौटे हैं. अब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि ट्रांसपोर्टरों का तिमाही टैक्स माफ करें, जिससे कि एक बार फिर ट्रांसपोर्ट व्यापार को खड़ा किया जा सके. ट्रांसपोर्ट व्यवसायियों के मुताबिक जब शहर का कोई ड्राइवर किसी अन्य शहर या राज्य में माल लेकर जाता है तो उसके साथ वहां भी भेदभाव किया जाता है. इसी डर के कारण कई ड्राइवर इंदौर शहर से अपना माल लेकर नहीं जा रहे हैं.