इंदौर। कोरोना कर्फ्यू के दौरान इंदौर जिले में लगातार साइबर क्राइम की वारदातें सामने आ रही है. इस बार ठगों ने इंडो-जर्मन टूल के अधिकारी को अपना निशाना बनाया है. ठगों ने एक अधिकारी का क्रेडिट कार्ड उसके घर पहुंचने से पहले ही उससे ट्रांजेक्शन कर लिए. मामले की जानकारी लगते ही इंदौर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू कर दी है.
कार्ड घर पहुंचने से पहले ठगी
दरअसल इंडो जर्मन टूल के एक अधिकारी ने क्रेडिड कार्ड के लिए अप्लाई किया था. ये क्रेडिट कार्ड उनके घर पहुंचता उससे पहले ही इसकी जानकारी किसी ठग के पास पहुंच गई. ठग ने क्रेडिट कार्ड के घर पहुंचने से पहले उससे दो ट्रांजेक्शन करके 56 हजार रुपए भी निकाल लिए. जानकारी लगने पर इंडो-जर्मन टूल के अधिकारी ने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच से की है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें क्रेडिट कार्ड घर पहुंचते ही लोगों के पास उसे एक्टिव करने के कॉल आए हैं. बाद में OTP बताते ही उनके खातों से ट्रांजेक्शन हो गए. लेकिन ये नया मामला क्राइम ब्रांच के सामने आया है जिसमें क्रेडिट कार्ड तो घर पहुंचा नहीं उससे पहले ही उससे ट्रांजेक्शन होने लगे.
क्राइम ब्रांच मामले की जांच में जुटी
इंडो जर्मन टूल के अधिकारी राजेंद्र बांगर के साथ ये घटना हुई है. बांगर ने बताया कि जब उनके घर कार्ड आया उसके पहले उनके खाते से 2 दिनों में 28 -28 हजार रुपए निकाल लिए गए उन्होंने तुरंत आरबीएल बैंक को इसकी जानकारी दी. इस पर उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पुलिस से करें. इसके बाद क्राइम ब्रांच पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई. इस संबंध में उनका कहना है कि शिकायत तो ले ली गई थी लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने क्राइम ब्रांच में संपर्क किया है इस पर उन्हें कहा गया कि वे जांच कर रहे हैं. इस मामले में क्राइम ब्रांच का कहना है कि वो जल्द बड़ा खुलासा करेंगे.