इंदौर। देशभर में आज हिंदी दिवस मनाया जा रहा है और देशभर में हिंदी को सामान्य बोलचाल के साथ व्यवहार की भाषा बनाने के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के इंदौर में एक ऐसा स्थान है. जहां से गांधी जी ने हिंदी को मातृभाषा बनाने के साथ दक्षिण में इसके व्यापक प्रचार-प्रसार के अभियान की शुरुआत की थी. फिलहाल यह स्थान मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति के कार्यालय के साथ हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का तीर्थ भी माना जाता है यहां गांधी जी द्वारा स्थापित की गई आधारशिला आज भी मौजूद है.
गौरतलब है कि देश में सबसे पहले 14 सितंबर 1949 के दिन ही हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा मिला था. इसके बाद से ही हिंदी दिवस को पूरे देश में मनाने का निर्णय लिया गया और उसके बाद से हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है.