इंदौर। परदेशीपुरा थाने क्षेत्र में चोरी की वारदात का सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक एटीएम को चोरों ने निशाना बनाया और 21 लाख रूपयों पर हाथ साफ कर दिया. वारदात को चोरों ने इस तरह अंजाम दिया कि बैंक कर्मियों को भनक तक नहीं लगी. तीन दिन बाद जब चोरी होने की जानकारी अधिकारियों को लगी तो शिकायत करने वह परदेसी पुरा थाने पहुंचे और मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई.
घटना परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के आईटीआई कॉलेज के पास की बताई जा रही है. यहां आईटीआई कॉलेज के पास स्टेट बैंक का एटीएम है. जो कुछ दिनों से बंद था. जब बैंक कर्मी उसे रिपेयर करने पहुंचे तो दंग रह गये, क्योंकि बैंक में जो पैसे दिख रहे थे वो एटीएण से गायब थे.
तकरीबन 21 लाख 36 हजार रुपए बैंक एटीएम से गायब थे. जब मामले की सूचना बैंक कर्मचारियों ने बैंक के मैनेजर व अन्य अधिकारियों को दी तो उनकी भी नींद उड़ गयी. कड़ी मशक्कत के बाद चोरों को पता नहीं चलने पर बैंक कर्मियों ने परदेसी पुरा थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
बताया जा रहा है कि एसबीआई के एटीएम में पैसे डालने का काम एक एजेंसी के मार्फत किया जाता है. उसी एजेंसी पर काम करने वाले कर्मचारियों ने वारदात को अंजाम दिया है. क्योंकि एटीएम से रुपए निकालने के लिए ओटीपी पासवर्ड की आवश्यकता होती है और वहां एटीएम में रुपए डालने वाली कंपनी के कर्मचारियों के पास ही होता है और उन्हीं कर्मचारियों के द्वारा बैंक के एटीएम में ओटीपी नंबरों के सहायता से पैसा डाला और निकाला जाता था.
बैंक कर्मियों की हो सकती है मिलीभगत
प्रारंभिक तौर पर एटीएम में पैसा डालने वाले कर्मचारियों पर ही पुलिस का शक है. इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि बैंक के कुछ अधिकारी भी इस पूरे मामले में जुड़े हुए हों, क्योंकि एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे फरवरी महीने से बंद हैं. बैंक कर्मचारियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत कर दी है, लेकिन उसके बाद भी बैंक अधिकारी कार्रवाई के लिए थाने क्यों नहीं पहुंचे. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है और जल्द ही इस पूरे मामले का खुलासा करने की बात कर रही है.