इंदौर। परदेशीपुरा थाना क्षेत्र में बीकॉम फर्स्ट ईयर की युवती ने गैंगरेप की घटना की जानकारी पुलिस को दी. सुचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी. पूरे मामले का पुलिस ने कुछ ही घंटों में खुलासा कर दिया. पुलिस जांच में पाया गया कि युवती से रेप हुआ ही नहीं था. युवती ने फर्जी कहानी बनाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी. युवती ने ऐसी कहानी क्यूं बनाई, पुलिस अब इस बात का पता लगाने में जुटी है.
गैंगरेप की पूरी घटना फर्जी
इंदौर के परदेशीपुरा क्षेत्र में कल युवती ने गैंगरेप की शिकायत दर्ज की थी. इंदौर में इस शिकायत को लेकर हड़कंप मचा हुआ था. वहीं घटना के महज कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने जांच में इस घटना को फर्जी पाया. पुलिस ने यह साफ नहीं किया है कि किन बिंदुओं पर युवती ने पूरी कहानी गढ़ी, लेकिन पुलिस का कहना है कि गैंगरेप की पूरी घटना फर्जी है.
युवती ने पूरे मामले में की फर्जी शिकायत की
दरअसल युवती ने पुलिस को बताया था कि उसका परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के नंदा नगर से अपहरण कर लिया गया और बाणगंगा थाना क्षेत्र के भागीरथ रेलवे ट्रैक पर बोरे में बांधकर फेंका गया. बाद में उसके शोर मचाने पर आरोपी फरार हो गए. इस दौरान युवती ने पुलिस को यह भी बताया कि जिन युवकों ने उसका अपहरण किया था वह उसे एक कमरे में ले गए और वहां पर नशे का इंजेक्शन लगाया. इंजेक्शन से बेहोश कर उसके साथ रेप की घटना को अंजाम दिया गया.
जब वह होश में आई तो उसके वीडियो के माध्यम से उसे धमकाने लगे. जब उसने विरोध किया तो उस पर चाकू से हमला कर घायल कर दिया गया. बोरे में बांधकर घासलेट डालकर जलाने की नियत से रेलवे ट्रैक पर लेकर गए. मगर शोर मचाने पर आरोपी छोड़कर फरार हो गए. जैसे-तैसे वह अपने परिजन के साथ हॉस्पिटल पहुंची. पुलिस छात्रा के दिए गए बयान की बारीकी से जांच करने में जुटी रही और मेडिकल भी कराया. कुछ ही घंटों में ही पुलिस इस पूरी वारदात की तह तक पहुंच गई. इसमें पुलिस को यह जानकारी लगी कि युवती ने पूरे मामले में फर्जी शिकायत की.
बयानों के विरोधभास से फंसी युवती
बता दें कि इस पूरे ही मामले के सामने आने के बाद पुलिस युवती और उसके परिजन का बयान दर्ज कर रही थी. इसी दौरान युवती ने अलग-अलग बयान पुलिस को दिए. वहीं उसके परिजन भी अलग-अलग बयान दे रहे थे. जिसके कारण इस पूरे घटनाक्रम का पुलिस ने जल्द ही खुलासा कर दिया.
युवकों पर दर्ज सभी प्रकरण होंगे खारिज
युवती की शिकायत पर पुलिस ने अक्षय गुप्ता सहित चार युवकों पर गैंगरेप की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया था. मामले में पुलिस की जांच पड़ताल में गैंगरेप की घटना को फर्जी निकली. अब पुलिस का कहना है कि जिन लोगों के खिलाफ गैंगरेप की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है पुलिस उन युवकों के खिलाफ केस खत्म करने की प्रक्रिया को आगे बढाएगी.
युवती पर दर्ज होगा प्रकरण
युवती की कहानी फर्जी निकलने के बाद पुलिस अब शिकायतकर्ता के खिलाफ ही फर्जी FIR कराने के मामले में प्रकरण दर्ज कर सकती है. पुलिस ने इसकी तैयारी भी कर ली है.
मेडिकल में भी रेप की पुष्टि नहीं
फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने काफी बारीकी से जांच पड़ताल की. युवती ने जिस तरह से पूरा घटनाक्रम बताया. उस घटनाक्रम का रीक्रिएशन भी किया गया. उसमें भी किस तरह की कोई आशंका व्यक्त नहीं हुई. जिसके बाद पुलिस ने बार-बार युवती के बयान लिए. वहीं युवती का मेडिकल परीक्षण भी करवाया. युवती के लगातार बयान बदलने और मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की घटना की पुष्टि नहीं होने के बाद पुलिस ने इस कहानी से पर्दा उठा दिया.