इंदौर। कमला नेहरू प्राणी उद्यान में शंख नुमा कीड़े ने लोगों को हैरत में डाल रखा है. ये कीड़े देखने में एकदम शंख जैसे नजर आते हैं, लेकिन वैज्ञानिक भाषा में उसका नाम स्नेल है. बारिश के बाद और सर्दी से पहले ब्रीडिंग का टाइम होने की वजह से हजारों की संख्या में ये चिड़ियाघर में पेड़ों और बाउंड्री वॉल पर नजर आ रहे हैं. जिसे प्रबंधन सारस व अन्य पक्षियों को प्रोटीन के तौर पर दे रहा है.
ये कीड़े धीरे-धीरे पेड़ और बाउंड्री वॉल पर चढ़ते हैं, अपने आकार की वजह से ये लोगों की पसंद बना हुआ है, ये थोड़ा काले और भूरे रंग का होता है. हालांकि, इस कीड़े को लेकर एक अच्छी बात है कि ये न तो इंसानों को परेशान करता है न ही जानवरों को, इस कीड़े के चलते किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है.
इस कीड़े में प्रोटीन ज्यादा मात्रा में मिलता है, जिसके चलते सारस व अन्य पक्षियों को पसंद भी आता है, जिसे प्रबंधन इन पक्षियों को परोस रहा है. चिड़ियाघर प्रभारी डॉक्टर उत्तम सिंह ने बताया कि चिड़ियाघर में मौजूद सारस और अन्य पक्षियों को इस तरह का प्रोटीन साल भर में एक बार दिया जाना आवश्यक होता है. जिसके चलते इस कीड़े को इकट्ठा कर उन्हें खाने के लिए दिया जाता है.