इंदौर। जनता कर्फ्यू के बाद जिला प्रशासन ने कुछ जरूरी सामानों की दुकान को फिलहाल के लिए छूट दी हैं. हालांकि, व्यापार बंद होने के कारण कपड़ा व्यापारियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा हैं. इसे लेकर कुछ दिन पूर्व ही कलेक्टर मनीष सिंह ने कपड़ा थोक विक्रेताओं की बैठक ली थीं. इसमें कपड़ा व्यापारियों को चंद घंटे के कारोबार में राहत देने की बात कही गई हैं. वहीं अपर कलेक्टर पवन जैन ने कपड़ा व्यापारियों की समस्याओं को सुना.
शहर में पिछले दिनों थोक व्यापारियों के साथ क्राइसिस कमेटी की बैठक हुई, जिसमें निर्णयों के बाद चार घंटे की राहत दी गई, ताकि थोक व्यापारी माल का डिस्पैच सहित दुकानों के आवश्यक कार्य कर सकें. शनिवार की सुबह थोक कपड़ा बाजार संघ के सहयोग से जिला प्रशासन सहित अन्य विभागों के अधिकारियों द्वारा बाजार का निरीक्षण किया गया, जिसमें दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए व्यापारियों को चार घंटे के लिए दुकान खोलने की अनुमति दी गई हैं. थोक व्यापारी केवल अपने माल को डिस्पैच कर रिटेलर तक पहुंचा सकेंगे.
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सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक की छूट
थोक व्यापारियों का कहना है कि पिछले दो माह से कपड़े सहित अन्य सामान दुकान और गोडाउन में पड़े हुए हैं, जो खराब हो सकते हैं. पिछले दिनों आपदा प्रभारी तुलसी सिलावट सहित क्राइसिस कमेटी से दुकानें खोलने का आग्रह किया गया था, जिसमें अब चार घंटे की छूट दी गई है. इससे जल्द ही जीएसटी और रिटर्न की फाइल का कार्य समाप्त कर सकेंगे. इसके लिए एसोसिएशन ने क्राइसिस कमेटी का आभार भी व्यक्त किया हैं. थोक व्यापारियों को सामान भेजने के लिए जिला प्रशासन ने सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक की छूट दी है.