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'आने वाले समय में रेमडेसिविर इंजेक्शन की होगी पर्याप्त आपूर्ति' - सांसद शंकर लालवानी

इंदौर में गुरुवार को सांसद शंकर लालवनी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व डॉक्टरों की बैठक ली गई थी, जिसमें उन्हें बताया गया कि इस तरह के रेमडेसिविर इंजेक्शन न लिखें. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रेमडेसिविर इंजेक्शन की पर्याप्त आपूर्ति की जाएगी.

रेमडेसिविर इंजेक्शन
रेमडेसिविर इंजेक्शन
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Published : Apr 29, 2021, 11:04 PM IST

इंदौर। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयां और इंजेक्शन की कालाबाजारी भी अपने चरम पर पहुंच रही है. हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अस्पतालों में रेमडेसिविर वैक्सीन और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की बात कर रहे हैं लेकिन अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन के नाम पर लूटा जा रहा है.

जानकारी देते सांसद शंकर लालवनी.

सीएम ने की थी वर्चुअल कॉन्फ्रेंस
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ली गई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह निर्देश जारी किया गया है कि कोई भी डॉक्टर मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन न लिखे. बावजूद इसके इंदौर में अस्पताल के डॉक्टर इस इंजेक्शन को लिख रहे हैं. इसको लेकर सांसद शंकर लालवनी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व डॉक्टरों की बैठक ली गई थी, जिसमें उन्हें बताया गया कि इस तरह के रेमडेसिविर इंजेक्शन न लिखें.

इंजेक्शन का प्रोडेक्शन हुआ शुरू
हालांकि सभी मरीज चाहते हैं कि उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन लगे. शहर में एक दो दिनों में स्थिति और बेहतर होगी. चूंकि इसका प्रॉडक्शन प्राइवेट कंपनी करती हैं. एक समय इस इंजेक्शन को कोई खरीद नहीं रह था. जिसके चलते कंपनी को करोड़ों रुपये की हानि हो रही थी. इसलिए कम्पनी ने भी इसके प्रोडक्ट निर्माण को रोक दिया था. फिलहाल इस इंजेक्शन की डिमांड तेज हो गई है. नतीजा ये रहा कि प्रदेश ही नहीं पूरे देश मे इसकी मांग तेज हो गई है.

एमपी में कम हुए कोविड के मामले, CM ने स्वास्थ्य कर्मियों का जताया आभार

अस्पताल में हो रही कालाबाजारी
अस्पताल में लगातार ऑक्सीजन की कालाबजारी हो रही है. ऑक्सीजन रिफिलिंग वाले मनमाने दाम वसूल रहे हैं. इसे लेकर सांसद ने कहा कि ऐसा कोई मामला आता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इससे पहले भी जिला प्रशासन द्वारा इंदौर के तीन अस्पतालों पर कार्रवाई की जा चुकी है. लेकिन अभी की स्थिति को देखते हुए हॉस्पिटल सील करना न्यायोचित नहीं रहेगा. लेकिन इस तरह की गतिविधियों नहीं होनी चाहिए. इसके लिए कमेटी बनाई गई है.

इंदौर। अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयां और इंजेक्शन की कालाबाजारी भी अपने चरम पर पहुंच रही है. हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अस्पतालों में रेमडेसिविर वैक्सीन और ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति की बात कर रहे हैं लेकिन अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन के नाम पर लूटा जा रहा है.

जानकारी देते सांसद शंकर लालवनी.

सीएम ने की थी वर्चुअल कॉन्फ्रेंस
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ली गई वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह निर्देश जारी किया गया है कि कोई भी डॉक्टर मरीजों को रेमडेसिविर इंजेक्शन न लिखे. बावजूद इसके इंदौर में अस्पताल के डॉक्टर इस इंजेक्शन को लिख रहे हैं. इसको लेकर सांसद शंकर लालवनी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व डॉक्टरों की बैठक ली गई थी, जिसमें उन्हें बताया गया कि इस तरह के रेमडेसिविर इंजेक्शन न लिखें.

इंजेक्शन का प्रोडेक्शन हुआ शुरू
हालांकि सभी मरीज चाहते हैं कि उन्हें रेमडेसिविर इंजेक्शन लगे. शहर में एक दो दिनों में स्थिति और बेहतर होगी. चूंकि इसका प्रॉडक्शन प्राइवेट कंपनी करती हैं. एक समय इस इंजेक्शन को कोई खरीद नहीं रह था. जिसके चलते कंपनी को करोड़ों रुपये की हानि हो रही थी. इसलिए कम्पनी ने भी इसके प्रोडक्ट निर्माण को रोक दिया था. फिलहाल इस इंजेक्शन की डिमांड तेज हो गई है. नतीजा ये रहा कि प्रदेश ही नहीं पूरे देश मे इसकी मांग तेज हो गई है.

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अस्पताल में हो रही कालाबाजारी
अस्पताल में लगातार ऑक्सीजन की कालाबजारी हो रही है. ऑक्सीजन रिफिलिंग वाले मनमाने दाम वसूल रहे हैं. इसे लेकर सांसद ने कहा कि ऐसा कोई मामला आता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इससे पहले भी जिला प्रशासन द्वारा इंदौर के तीन अस्पतालों पर कार्रवाई की जा चुकी है. लेकिन अभी की स्थिति को देखते हुए हॉस्पिटल सील करना न्यायोचित नहीं रहेगा. लेकिन इस तरह की गतिविधियों नहीं होनी चाहिए. इसके लिए कमेटी बनाई गई है.

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