इंदौर। मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद ब्लैक फंगस की समस्या कई मरीजों में सामने आई है. इंदौर में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज एमवाय अस्पताल सहित कई निजी अस्पतालों में किया जा रहा है. वर्तमान में इंदौर में 500 से अधिक मरीजों का उपचार सरकारी और निजी अस्पतालों में किया जा रहा है जिसमें 300 से अधिक मरीज शासकीय अस्पताल 200 के लगभग मरीज निजी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं.
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ब्लैक फंगस के उपचार के लिए मुख्य तौर पर डॉक्टर एंफोटरइसिन बी इंजेक्शन का उपयोग कर रहे हैं. इस इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए भी लगातार प्रशासन काम कर रहा है. वहीं, बीते दिनों इंदौर को बड़ी संख्या में यह इंजेक्शन हिमाचल प्रदेश से मिले थे. हालांकि शनिवार और रविवार को इंजेक्शन लगाने से कई मरीजों में बुखार और अन्य समस्याएं सामने आई. जिसके बाद फिलहाल इन इंजेक्शन के इस्तेमाल को बंद कर दिया गया है. इंदौर में अब यह इंजेक्शन उन्ही मरीजों पर लगाए जा रहे हैं जिनके परिजन इसे लगाने की अनुमति दे रहे हैं.