इंदौर। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप का प्रभाव शिक्षा पर भी पड़ा है. कॉलेजों की परीक्षाएं भी इस महामारी के कारण स्थगित करनी पड़ी हैं. ऐसे में प्रथम- द्वितीय वर्ष में जनरल प्रमोशन देने की बात कही गई है. सरकार की इस प्रक्रिया के बाद अब छात्र संगठनों ने छात्रों द्वारा भुगतान की गई परीक्षा फीस वापस करने की मांग की है, इससे पहले परीक्षा स्थगित होने को लेकर छात्र संगठन जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे थे और अब जनरल प्रमोशन की चर्चा होने पर छात्रों ने परीक्षा फीस वापस मांगनी शुरू कर दी है.
दरअसल, इंदौर की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की परीक्षा स्थगित किए जाने और जनरल प्रमोशन की स्थिति में छात्रों द्वारा परीक्षा फीस वापस की मांग की जा रही है. फीस वापसी को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा ज्ञापन सौंपा गया था. वहीं लगातार परीक्षा फीस वापसी की भी छात्र संगठनों द्वारा मांग की जा रही है. छात्र संगठनों का कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा छात्र हितों में फैसला लिया जाना चाहिए. छात्रों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए छात्रों को परीक्षा फीस का भुगतान किया जाना चाहिए.
लगातार की जा रही फीस वापसी की मांग को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन का कहना है, जो फीस ली गई थी. वह परीक्षा आयोजित कराए जाने की तैयारियों में खर्च की जा चुकी है. वहीं जनरल प्रमोशन की स्थिति में छात्रों को मार्कशीट दी जानी है. वह अन्य प्रक्रिया अपनाई जाएगी, जिसके लिए खर्च होगा. इसी को ध्यान में रखते हुए फीस का भुगतान उन्हें नहीं किया जाएगा.