ETV Bharat / state

जेल में तैनात जवानों को मिलेगी बीएसएफ की तरह ट्रेनिंग, जेलों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया फैसला - BSF Training to Jail Soldiers

प्रदेश में जेलों की सुरक्षा व्यवसथा को बढ़ाने के लिए जेल के जवानों के बीएसएफ की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी. जिसके चलते पूरे प्रदेश से 256 जवानों को चुना गया है. जिन्हें ग्वालियर की टेकनपुर बीएसएफ रेंज ट्रेनिंग दी जाएगी.

जेल में तैनात जवानों को बीएसएफ ट्रेनिंग
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 11:50 PM IST

इंदौर। प्रदेश में जेल की सुरक्षा को देखते हुए राज्य की सभी जेलों में तैनात जवानों को बीएसएफ जवानों की तरह उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए तकरीबन पूरे प्रदेश से 256 जेल के जवानों का सिलेक्शन हुआ है. जिसमें इंदौर सर्कल से कुल 26 जवान चुने गए हैं. जिन्हें ग्वालियर की टेकनपुर बीएसएफ रेंज में बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी.

जेल में तैनात जवानों को बीएसएफ ट्रेनिंग

जेल प्रबंधन अपने जेल के जवानों को चुस्त और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में जेल प्रबंधक ने जेलों में तैनात जवानों को बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाने की कोशिश की. प्रदेश के कुल 256 जेल के जवान बीएसएफ के समान ट्रेनिंग को सीखने के लिए ग्वालियर टेकनपुर बीएसएफ रेंज के लिए रवाना हो गए हैं. . यह ट्रेनिंग तकरीबन साढे 5 महीने की रहेगी. इस दौरान उन्हें बंदूक और पिस्टल किस तरह से चलाना है, साथ ही किस तरह से सुरक्षा करनी है यह सब सिखाया जाएगा.

ट्रेनिंग के बाद प्रदेश के अलग-अलग जेलों में जाकर ये जवान फिर सुरक्षा व्यवस्था में लगेंगे. इस ट्रेनिंग का मूल उद्देश्य यह है कि जिस तरह से प्रदेश की जेलों में आए दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं वो न हो.

इंदौर। प्रदेश में जेल की सुरक्षा को देखते हुए राज्य की सभी जेलों में तैनात जवानों को बीएसएफ जवानों की तरह उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए तकरीबन पूरे प्रदेश से 256 जेल के जवानों का सिलेक्शन हुआ है. जिसमें इंदौर सर्कल से कुल 26 जवान चुने गए हैं. जिन्हें ग्वालियर की टेकनपुर बीएसएफ रेंज में बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी.

जेल में तैनात जवानों को बीएसएफ ट्रेनिंग

जेल प्रबंधन अपने जेल के जवानों को चुस्त और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसी कड़ी में जेल प्रबंधक ने जेलों में तैनात जवानों को बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाने की कोशिश की. प्रदेश के कुल 256 जेल के जवान बीएसएफ के समान ट्रेनिंग को सीखने के लिए ग्वालियर टेकनपुर बीएसएफ रेंज के लिए रवाना हो गए हैं. . यह ट्रेनिंग तकरीबन साढे 5 महीने की रहेगी. इस दौरान उन्हें बंदूक और पिस्टल किस तरह से चलाना है, साथ ही किस तरह से सुरक्षा करनी है यह सब सिखाया जाएगा.

ट्रेनिंग के बाद प्रदेश के अलग-अलग जेलों में जाकर ये जवान फिर सुरक्षा व्यवस्था में लगेंगे. इस ट्रेनिंग का मूल उद्देश्य यह है कि जिस तरह से प्रदेश की जेलों में आए दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं वो न हो.

Intro:एंकर - जेल की सुरक्षा को देखते हुए अब जेल के जवानों को बीएसएफ अपने वहां पर बीएसएफ के जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग देगा जिससे कि जेल के जवान बेहतर तरीके से जेल की सुरक्षा सुरक्षा कर पाए इसके लिए तकरीबन पूरे मध्यप्रदेश से 256 जेल के जवानों का सिलेक्शन हुआ है जिन्हें ग्वालियर की टेकनपुर बीएसएफ रेंज में बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी ।


Body:वीओ - मध्य प्रदेश की जेलों में आए दिन कोई ना कोई घटना सामने आती रहती है चाहे वह जेल में बंद कैदियों के बीच विवाद की बात हो या फिर अन्य तरह के मामले हो मध्यप्रदेश के जिलों में लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं अतः जेल प्रबंधन अपने जेल के जवानों को चुस्त और सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है अतः इसी कड़ी में जेल प्रबंधक ने अपने जेल के जवानों को बीएसएफ के जवानों की तरह ट्रेनिंग दी जाने की कोशिश की अतः इसी कोशिश का नतीजा रहा कि बीएसएफ के अधिकारियों ने जेल जवानों को बीएसएफ केंपस में बीएसएफ के जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग के लिए तैयार हो गया अतः मध्य प्रदेश के कुल 256 जेल के जवान अब बीएसएफ के जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग को सीखने के लिए ग्वालियर टेकनपुर बीएसएफ रेंज के लिए रवाना हो गए हैं यह ट्रेनिंग तकरीबन साढे 5 महीने की रहेगी इस दौरान उन्हें बंदूक और पिस्टल किस तरह से चलाना है साथ ही किस तरह से सुरक्षा करनी है वही कई हैरतअंगेज बीएसएफ की जो ट्रेनिंग होती है वह यहां पर जेल के जवानों को सिखाई जाएगी । मध्य प्रदेश से तकरीबन 256 जवान जा रहे हैं वहीं यदि इंदौर सर्कल की बात करें तो इंदौर सर्कल से कुल 26 जेल के जवान ग्वालियर स्थित टेकनपुर बीएसएफ रेंज में ट्रेनिंग के लिए जा रहे हैं जिनमें से 10 जवान इंदौर जेल के हैं वही बाकी जवान अलग-अलग जिलों के हैं फिलहाल यह सब जवान वहां पर साढे 5 महीनों तक बीएसएफ के जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग को सीखेंगे और फिर मध्य प्रदेश के विभिन्न जेलों में आकर सुरक्षा व्यवस्था में लगेंगे इसका मूल उद्देश्य यह है कि जिस तरह से प्रदेश की जेलों में आए दिन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं उनको चाक-चौबंद करना।


बाईट -लक्ष्मण सिंह , उप जेल अधीक्षक , सेंट्रल जेल , इंदौर


Conclusion:वीओ - फिलहाल मध्य प्रदेश की जेलों का पहला मामला है जब जेल के जवानों को बीएसएफ की किसी रेंज में बीएसएफ के जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग दी जा रही है फिलहाल इस ट्रेनिंग का असर मध्य प्रदेश की जेलों में किस तरह का होता है यह आने वाले समय में ही देखा जाएगा लेकिन पिछले कुछ दशक से लगातार मध्य प्रदेश की जेलों में विवाद के मामले सामने आ रहे हैं जिसके कारण इस तरह की सुरक्षा या इस तरह की ट्रेनिंग दी जाने की अत्यंत आवश्यकता हो रही थी उसी का नतीजा यह रहा कि जेल प्रबंधक ने अपने जवानों को चुस्त और सुरक्षा के लिए मुस्तैद करने के लिए बीएसएफ जैसी ट्रेनिंग की आवश्यकता पड़ी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.