इंदौर। हनी ट्रैप मामले में इंदौर हाई कोर्ट ने तीन महिला आरोपियों को जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए, इंदौर की सेंट्रल जेल से सिर्फ एक महिला आरोपी को रिहा किया गया, तो वहीं उज्जैन जेल में बंद एक अन्य महिला को भी रिहा कर दिया गया है. जेल से जमानत रिहा होते समय आरोपी महिला ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूजीव बातचीत की. इसमें उसने कहा कि उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
जेल से रिहा हई श्वेता स्वप्निल जैन
मध्य प्रदेश की सियासत में भूचाल लाने वाले हनी ट्रैप मामले की एक महिला आरोपी इंदौर की सेंट्रल जेल से जमानत पर रिहा कर दिया गया. हनी ट्रैप मामले की आरोपी महिला श्वेता जैन रात करीब 8 बजे जेल से बाहर आई और अपने पति और वकील के साथ गाड़ी में बैठकर भोपाल के लिए रवाना हो गई. इस दौरान श्वेता ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूजीव बातचीत में कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है, जो भी बातचीत उन्हें करना होगी वो वकील के माध्यम से ही करेगी.
पति और वकील पहुंचे थे जेल
बता दें कि मंगलवार को इंदौर हाई कोर्ट से हनी ट्रैप मामले की 3 महिला आरोपी श्वेता स्वप्निल जैन, श्वेता विजय जैन और मोनिका यादव को जमानत दे दी थी. इसी के बाद श्वेता स्वप्निल जैन को बुधवार को जेल से रिहा किया गया, जबकि श्वेता विजय जैन अभी भी जेल में बंद है. उज्जैन जेल में बंद मोनिका यादव को भी जेल से रिहा कर दिया गया. बताया जा रहा है कि श्वेता के वकील अपने साथ मिठाई का डिब्बा लेकर पहुंचे थे.
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अभी भी जेल में बंद है कुछ आरोपी महिलाएं
बता दे हनी ट्रैप मामले की अभी भी कुछ महिलाएं जिला और सेंट्रल जेल में बंद है. जहां इस पूरे मामले में श्वेता पति विजय जैन अभी इंदौर की सेंट्रल जेल में बंद है. श्वेता विजय जैन को एक अन्य मामले में जमानत नहीं मिली है इसलिए फिलहाल उन्हें जेल से रिहा नहीं किया गया है. इसी के साथ आरती दयाल और बरखा सोनी भी इंदौर की जिला जेल में बंद है. इस मामले में दो आरोपियों को जमानत मिलने के बाद अन्य आरोपियों को भी उम्मीद है कि जल्द उन्हें जमानत मिल पाएगी.
क्या है पूरा मामला ?
इंदौर की पलासिया पुलिस ने हनी ट्रैप मामले में भोपाल की महिलाओं को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने निगम अधिकारी हरभजन सिंह की शिकायत पर कार्रवाई की थी. अधिकारी का कहना था कि कुछ महिलाएं अश्लील वीडियो वायरल करने के नाम पर उन्हें ब्लैकमेल कर रही हैं, और 3 करोड़ रुपए मांग रही हैं. जांच के दौरान 4 लोगों को आरोपी पाया गया था. जिनमें भोपाल की तीन महिलाएं भी थी. महिला आरोपियों ने पूछताछ में कई बड़े खुलासे भी किए थे.