इंदौर। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने शिवराज सरकार को घेरते हुए ट्वीट कर संक्रमित शवों से जुड़ी एक घटना की निंदा की है. दरअसल, इंदौर में कोरोना काल के दौरान आमतौर पर शहर में चलने वाले शव वाहनों को सामाजिक संगठनों और निजी व्यक्तियों ने संक्रमण के डर से उपलब्ध कराना बंद कर दिया था. ऐसे में नगर निगम ने स्वास्थ्य विभाग की मांग पर अपने कुछ वाहनों को शव वाहन के रूप में इस्तेमाल करने के लिए दिया था. लेकिन निगम के वाहन से लापरवाही पूर्वक शव को ले जाने और वाहन से एक शव के बाहर लटकने का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
फोटो सामने आने के बाद नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं. इस घटना को लेकर प्रदेश के पूर्व लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार पर निशाना साधा है और घटना की निंदा की है. वायरल हो रहे इस फोटो पर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल का कहना है कि सीएमएचओ ऑफिस की मांग पर नगर निगम द्वारा अपने कुछ वाहन स्वास्थ्य विभाग को शव वाहन के रूप में इस्तेमाल करने के लिए दिए गए थे, लेकिन जिस तरह से लापरवाही पूर्वक शव को ले जाने की घटना सामने आई है, वह गंभीर है और इसकी जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.
निगम के दावों पर सवाल
कोरोना संक्रमण का हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर शहर में शवों को इस तरह लापरवाही पूर्वक ले जाए जाने की घटना से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संक्रमण पर लगाम लगाने के दावों की पोल खुल गई है. साथ ही इस तरह की लापरवाही ने संक्रमण के बढ़ने की संभावना को तेज कर दिया है.
लापरवाही से शवों को ले जाने वाले वाहन की फोटो वायरल
इंदौर का नगर निगम भले ही शहर की स्वच्छता और अपने काम को ठीक ठंग से करने के लाख दावे करे, लेकिन सोशल मीडिया पर नगर निगम के वाहन का वायरल हुआ फोटो निगम के दावों की पोल खोल रहा है. वायरल हो रहे उस फोटो में नगर निगम के वाहन द्वारा शवों को ले जाते हुए दिखाया जा रहा है, जिसमें एक शव वाहन के बाहर लटक रहा है. इंदौर शहर में जिस तरह से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में इस तरह से शव ले जाने से आम जनता में भी दहशत का माहौल बनता है.