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पीईबी स्क्रीन शॉट मामलाः आरटीआई एक्टिविस्ट ने सीएम शिवराज के खिलाफ खोला मोर्चा, हाईकोर्ट में भी लगाई याचिका

पीईबी परीक्षा स्क्रीन शॉट मामले में आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय ने सीएम शिवराज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं उन्होंने हाईकोर्ट में भी याचिका लगाई. कोर्ट ने इसका फैसला सुरक्षित कर लिया है.

RTI activist Anand Rai
आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय
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Published : Apr 4, 2022, 10:00 PM IST

Updated : Apr 5, 2022, 2:47 PM IST

इंदौर। अपने खिलाफ दर्ज एक मामले से नाराज आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ आनंद राय ने आखिरकार शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डॉ. राय ने इंदौर के जीपीओ ऑफिस पहुंचकर सीएम और उनको ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त मध्यप्रदेश को भेजी है. उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाना बनाते हुए चुनौती दी है कि यदि वह जननायक हैं, तो उनके सामने इंदौर से किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ कर दिखाएं. (peb screen shot viral case)

आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय

क्या कहते हैं एक्टिविस्ट ?: डॉ. राय ने कहा कि मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम के मोबाइल के स्क्रीनशॉट मुझे भेजे गए थे, जिसमें संविदा शिक्षक वर्ग संबंधी तीन पेपर थे. इसके बाद मैंने इस पूरे मामले को फेसबुक पर सार्वजनिक किया था. उस दौरान स्क्रीनशॉट में पेपर की आंसर की भी थी. विसलब्लोअर होने के नाते हमने पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. (rti activist anand rai indore)

हाईकोर्ट में दी थी चुनौतीः इसी जांच संबंधी मांगों को उठाने के कारण मेरे खिलाफ फर्जी एट्रोसिटी एक्ट मुख्यमंत्री के कार्यालय द्वारा एजे के थाने पर दबाव डलवा कर लगवाया गया है. हालांकि इस मामले को हमने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, जिसकी 1 तारीख पर हाईकोर्ट द्वारा उक्त कार्रवाई पर रोक लगा दी गई. (mp high court decision on peb)

विसलब्लोअर एक्ट का हो पालनः लिहाजा अब पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में कर रहे हैं, जिससे लक्ष्मण सिंह मरकाम और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए. मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जाने की संभावना पर सवाल उठाते हुए डॉक्टर राय ने कहा कि लोकायुक्त की जिम्मेदारी है विसलब्लोअर एक्ट का पालन करना. उन्हें पूरा विश्वास है कि इस मामले में कार्रवाई जरूर होगी. (whistleblower act in peb mp)

6 महीने में तीन परीक्षाओं के पेपर लीकः डॉ आनंद राय ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया. पिछले 10 साल से प्रदेश का युवा थका जा रहा है. महंगी पढ़ाई और कोचिंग के बाद नौकरी की उम्मीद में जब युवा प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं, तो पता चलता है कि पेपर का प्रश्न पत्र आउट हो गया है. 10 साल से नियुक्तियों में घोटाले जारी है. बीते 6 महीने में ही कृषि विस्तार अधिकारी जेल प्रहरी और अब संविदा शिक्षक वर्ग 3 परीक्षाओं के पेपर आउट हो गए. ऐसी स्थिति में जो चयन परीक्षा हो रही है.

डॉक्टर राय ने दी चुनौतीः डॉ आनंद राय ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देकर कहा कि व्यापमं घोटाले से लेकर अब तक विभिन्न घोटाले उजागर किए जाने के बाद उनके परिवार के खिलाफ शासन स्तर पर साजिश हो रही है. बीते कई सालों से उनके फोन कॉल रिकॉर्ड हो रहे हैं. इसके अलावा उनका और उनकी पत्नी का ट्रांसफर भी किया गया. अब अनावश्यक ही उनके खिलाफ साजिश पूर्ण तरीके से जांच की जा रही है. उन्होंने कहा राज्य सरकार को यह शोभा नहीं देता. डॉ राय ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वे जननायक हैं, तो उनके खिलाफ इंदौर की किसी एक सीट से चुनाव लड़ कर दिखाएं.

एमपी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीईबी दफ्तर में जड़े ताले, जानें क्यों कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

हाईकोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसलाः एमपी टीईटी के प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट मामले में एफआईआर दर्ज किये जाने के खिलाफ व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनन्द राय ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. हाईकोर्ट जस्टिस विषाल मिश्रा ने एकलपीठ ने सोमवार को याचिका की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखने के निर्देष जारी किये हैं. एकलपीठ ने याचिकाकर्ता के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के आदेश में यथावत रखा है.

इंदौर। अपने खिलाफ दर्ज एक मामले से नाराज आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ आनंद राय ने आखिरकार शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डॉ. राय ने इंदौर के जीपीओ ऑफिस पहुंचकर सीएम और उनको ओएसडी लक्ष्मण सिंह मरकाम के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त मध्यप्रदेश को भेजी है. उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निशाना बनाते हुए चुनौती दी है कि यदि वह जननायक हैं, तो उनके सामने इंदौर से किसी भी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ कर दिखाएं. (peb screen shot viral case)

आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद राय

क्या कहते हैं एक्टिविस्ट ?: डॉ. राय ने कहा कि मुख्यमंत्री के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम के मोबाइल के स्क्रीनशॉट मुझे भेजे गए थे, जिसमें संविदा शिक्षक वर्ग संबंधी तीन पेपर थे. इसके बाद मैंने इस पूरे मामले को फेसबुक पर सार्वजनिक किया था. उस दौरान स्क्रीनशॉट में पेपर की आंसर की भी थी. विसलब्लोअर होने के नाते हमने पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी. (rti activist anand rai indore)

हाईकोर्ट में दी थी चुनौतीः इसी जांच संबंधी मांगों को उठाने के कारण मेरे खिलाफ फर्जी एट्रोसिटी एक्ट मुख्यमंत्री के कार्यालय द्वारा एजे के थाने पर दबाव डलवा कर लगवाया गया है. हालांकि इस मामले को हमने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी, जिसकी 1 तारीख पर हाईकोर्ट द्वारा उक्त कार्रवाई पर रोक लगा दी गई. (mp high court decision on peb)

विसलब्लोअर एक्ट का हो पालनः लिहाजा अब पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त में कर रहे हैं, जिससे लक्ष्मण सिंह मरकाम और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए. मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए जाने की संभावना पर सवाल उठाते हुए डॉक्टर राय ने कहा कि लोकायुक्त की जिम्मेदारी है विसलब्लोअर एक्ट का पालन करना. उन्हें पूरा विश्वास है कि इस मामले में कार्रवाई जरूर होगी. (whistleblower act in peb mp)

6 महीने में तीन परीक्षाओं के पेपर लीकः डॉ आनंद राय ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया. पिछले 10 साल से प्रदेश का युवा थका जा रहा है. महंगी पढ़ाई और कोचिंग के बाद नौकरी की उम्मीद में जब युवा प्रतियोगी परीक्षा दे रहे हैं, तो पता चलता है कि पेपर का प्रश्न पत्र आउट हो गया है. 10 साल से नियुक्तियों में घोटाले जारी है. बीते 6 महीने में ही कृषि विस्तार अधिकारी जेल प्रहरी और अब संविदा शिक्षक वर्ग 3 परीक्षाओं के पेपर आउट हो गए. ऐसी स्थिति में जो चयन परीक्षा हो रही है.

डॉक्टर राय ने दी चुनौतीः डॉ आनंद राय ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनौती देकर कहा कि व्यापमं घोटाले से लेकर अब तक विभिन्न घोटाले उजागर किए जाने के बाद उनके परिवार के खिलाफ शासन स्तर पर साजिश हो रही है. बीते कई सालों से उनके फोन कॉल रिकॉर्ड हो रहे हैं. इसके अलावा उनका और उनकी पत्नी का ट्रांसफर भी किया गया. अब अनावश्यक ही उनके खिलाफ साजिश पूर्ण तरीके से जांच की जा रही है. उन्होंने कहा राज्य सरकार को यह शोभा नहीं देता. डॉ राय ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को चुनौती देते हुए कहा कि यदि वे जननायक हैं, तो उनके खिलाफ इंदौर की किसी एक सीट से चुनाव लड़ कर दिखाएं.

एमपी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीईबी दफ्तर में जड़े ताले, जानें क्यों कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन

हाईकोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसलाः एमपी टीईटी के प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट मामले में एफआईआर दर्ज किये जाने के खिलाफ व्यापमं घोटाले के व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनन्द राय ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. हाईकोर्ट जस्टिस विषाल मिश्रा ने एकलपीठ ने सोमवार को याचिका की सुनवाई के बाद फैसला सुरक्षित रखने के निर्देष जारी किये हैं. एकलपीठ ने याचिकाकर्ता के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने के आदेश में यथावत रखा है.

Last Updated : Apr 5, 2022, 2:47 PM IST
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